जहां हिमाचल प्रदेश में एजेंसियों ने उनके गोदामों की जांच शुरू कर दी है वहीं ख़बर है कि भारतीय बीमा निगम के शीर्ष अधिकारी जल्द ही अदानी समूह से जुड़े वित्तीय संकट पर उनके शीर्ष अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगेंगे।
एलआईसी के अध्यक्ष एमआर कुमार ने बताया है कि एलआईसी की इन्वेस्टमेंट टीम पहले ही अदानी समूह से इस बारे में सवाल-जवाब कर चुकी है।
अमेरिकी फ़ॉरेंसिक फाइनेंशियल कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अदानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े आरोप लगाए थे, इसके बाद से अदानी समूह से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गयी है। अदानी समूह में एलआईसी ने भी निवेश किया हुआ है।
एलआईसी के अध्यक्ष ने बताया कि हालांकि, हमारी इन्वेस्टर टीम पहले ही अदानी समूह से स्पष्टीकरण मांग चुकी है, लेकिन हमारा शीर्ष प्रबंधन भी उनसे संपर्क कर सकता है क्योंकि अब तक हम नतीज़ों को तैयार करने में लगे थे, हम जल्द ही फ़ोन करके उनसे कहेंगे कि वे हमसे मिलकर इस बारे में स्पष्टीकरण दें।
उनका कहना था कि हम ये समझना चाहते हैं कि बाज़ार और इस समूह में क्या हो रहा है, हम उन्हें जल्द ही पूछेंगे कि वे इस संकट का सामना कैसे कर रहे हैं। लेकिन कुमार ने ये भी बताया है कि एलआईसी अदानी समूह से अपना निवेश ख़त्म करने को लेकर विचार नहीं कर रहा है।
अदानी समूह से जुड़ी एक अन्य ख़बर में कहा गया है कि नॉर्वे के सॉवरिन फंड नॉर्जेस बैंक इन्वेस्टमेंट मैनेज़मेंट ने अदानी समूह में निवेश क गई अपनी पूरी पूंजी निकाल ली है। इसे भी अदानी समूह के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
इसके साथ ही अदानी समूह को कर्ज़ देने वाले विदेशी बैंकों में शामिल बार्केलेज़ बैंक ने इस समूह में अपने निवेश को कम करने की दिशा में संभावित कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं।