तुर्की की संसद ने मंगलवार को अपने रेस्तरां से ग़ज़ा में जारी संघर्ष के बीच इसराइल को कथित तौर पर समर्थन देने के लिए कोका-कोला और नेस्ले के उत्पादों को हटाने का निर्णय लिया।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इन दोनों कंपनियों ने ताज़ा घटनाक्रम पर अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
तुर्की की ग्रैंड नेशनल असेंबली ने कंपनियों की पहचान बताए बिना कहा, "इसराइल को समर्थन देने वाली कंपनियों के उत्पाद संसद परिसर के रेस्तरां, कैफ़ेटेरिया और टी हाउसों में नहीं बेचे जाएंगे।" रॉयटर्स के अनुसार तुर्की के संसद के स्पीकर नुमान कर्तुलमस ने ये फ़ैसला लिया है।
एक सूत्र के हवाले से रॉयटर्स ने कहा, "मेन्यू से सिर्फ़ कोका-कोला के पेय पदार्थों औऱ नेस्ले की इंस्टेंट कॉफ़ी को हटाया गया है।" सूत्र ने ये भी कहा कि 'इसराइल को समर्थन देने की वजह से इन कंपनियों के ख़िलाफ़ आम जनता के विरोध को देखते हुए ये फ़ैसला लिया गया है।'
हालांकि, संसद के बयान और सूत्र दोनों के ज़रिए ही ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि कोका कोला और नेस्ले ने इसराइल के युद्ध प्रयासों को किस तरह समर्थन दिया।
सात अक्टूबर को हमास के हमले और उसके बाद गज़ा में इसराइली हमले के बाद अर्दोआन का बयान बहुत सधा हुआ रहा। लेकिन महले के करीब 20 दिन गुज़रने के बाद अचानक से अर्दोआन ने अपना तेवर बदल लिया।
तुर्की के राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पश्चिम के देशों को भी घेरा। अर्दोआन ने पश्चिम के देशों को इसराइल का साथ देने के लिए आड़े हाथों लिया।
अर्दोआन ने कहा, ''हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है। हमास आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा है। यह मुजाहिदीन है जो अपनी ज़मीन और आवाम की जंग लड़ रहा है।''
अर्दोआन पिछले दो दशक से तुर्की की सत्ता में हैं और फ़लस्तीनियों को लेकर इसराइल को आड़े हाथों लेते रहते हैं। इसराइल और हमास के बीच ताज़ा विवाद से दुनिया भर में प्रदर्शन जारी है। और इसराइल उत्पादों पर बहुत तेज़ी से बैन लगाया जा रहा है।
इन कोशिशों से इसराइल को धक्का पहुंचा है। नेस्ले और कोका कोला के उत्पादों पर पाबंदी लगाकर इसराइल को उसकी हार की एक झलक बताया जा रहा है। क्योंकि नेस्ले और कोका कोला दुनिया में ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है।