गैस सिलेंडर के दाम में 50 रूपये का इज़ाफ़ा हुआ
पेट्रोल, डीजल के दामों साथ साथ गैस सिलेंडर के दामों में भी उछाल अब दुकानों पर सिलेंडर 1050 रूपये का मिलेगा।
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गौरतलब है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों में जो बढ़ोतरी शुरू हुई थी, बीते 22 मार्च को, सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी। इससे पहले इसके दाम पिछले साल छह अक्तूबर 2021 को बढ़े थे।
पहले से महंगाई की मार झेल रही देश की आम जनता को शनिवार को एक और जोरदार झटका लगा है। दरअसल, घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए जाने से एक बार फिर रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। हालांकि, पेट्रोल-डीजल के मोर्चे पर जनता को बीते एक महीने से राहत जरूर मिली है। गैस कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 50 रुपये का इजाफा किया है। इसके बाद राजधानी दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर का दाम 999.50 रुपये हो गया है। नई दरें आज सात मई से लागू कर दी गई हैं।
22 मार्च को बढ़े थे सिलेंडर के दाम
गौरतलब है कि इससे पहले मार्च महीने में भी घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी की गई थी, जिसके बाद दिल्ली में इसका दाम बढ़कर 949.50 रुपये पर पहुंच गया था। बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों में जो बढ़ोतरी शुरू हुई थी, उसी क्रम में बीती 22 मार्च को, सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी।
छह अक्तूबर से स्थिर थीं कीमतेंं
22 मार्च से पहले करीब छह महीने से एलपीजी सिलेंडर के दाम स्थिर बने हुए थे। 6 अक्तूबर 2021 के बाद घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ था। छह अक्तूबर को घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये का इजाफा किया गया था, जिसके बाद दिल्ली और मुंबई में इसका भाव 899.50, कोलकाता में 926 रुपये और चेन्नई में बढ़कर 915.50 रुपये हो गया था। लेकिन इस बार महज एक महीने के अंतराल में ही 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए गए।
कॉमर्शिलय सिलेंडर में भी वृद्धि जारी
एक ओर जहां घरेलू एलपीजी की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है तो 19 कलो वाले कामर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में भी तेजी जारी है। बीती एक मई को इसमें 104 रुपये प्रति सिलेंडर का इजाफा कर दिया गया था। इसके बाद इस सिलेंडर का दाम बढ़कर 2,355 रुपये प्रति सिलेंडर पहुंच गया। गौरतलब है कि इससे पहले 19 किलो के गैस सिलेंडर का दाम अप्रैल में भी बढ़ाया गया था। अप्रैल में इसके दाम में 268.50 रुपये की तेजी आई थी।
महीनेभर से पेट्रोल-डीजल में बदलाव नहीं
घरेलू रसोई गैस की कीमतें लोकल टैक्स के कारण एक राज्य से दूसरे राज्य में अलग-अलग होती हैं। फ्यूल रिटेल विक्रेता हर महीने की शुरुआत में रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करते हैं। इस बीच बता दें कि एक ओर जहां आम जनता को रसोई के मोर्चे पर झटका लग रहा है, तो दूसरी ओर तेल की कीमतों पर बीते एक महीने से राहत मिल रही है। बता दें कि बीती छह अप्रैल से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
137 दिन बाद बढ़े थे पेट्रोल-डीजल के दाम
चार नवंबर 2021 के बाद से देश में लगातार 137 दिन यानी साढ़े चार महीने से ज्यादा समय तक पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर बने हुए थे। हालांकि, इसका बड़ा कारण देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा को बताया गया था। 22 मार्च से शुरू हुई पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी रोज का सिलसिला बन गया। 17 दिनों में 14 बार इनके दामों में बदलाव किया गया। 22 मार्च से छह अप्रैल तक दोनों के दाम में 10 रुपये प्रति लीटर की तेजी आई।
जीएसटी के अंतर्गत आती है घरेलू गैस
एक एलपीजी सिलेंडर में टैक्स की बात करें तो इसमे पेट्रोल-डीजल से अलग व्यवस्था है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार अलग अलग टैक्स नहीं लगाती है। यह जीएसटी के अधीन होता है और इसमें पूरे देश में एक ही टैक्स लगता है और वो सरकार को मिलता है। सरकार ने रसोई गैस को 5 फीसदी वाले स्लैब में शामिल किया है, जिसमें 2.5 फीसदी टैक्स केंद्र सरकार और 2.5 फीसदी हिस्सा राज्य सरकार को मिलता है। वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग की वेबसाइट के मुताबिक भी घरेलू गैस जीएसटी के अंतर्गत आती है। एलपीजी सिलेंडर पर कुल पांच फीसदी की दर से जीएसी लगता है। इसमें 2.5 फीसदी केंद्र सरकार और 2.5 फीसदी राज्य सरकार जीएसटी लगाती हैं। इसके अलावा एलपीजी सिलेंडर पर केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग टैक्स नहीं लगाती हैं।
सोर्स : अमर उजाला