वह सेक्स स्कैंडल जिसके कारण ब्रिटिश पीएम को गवांना पड़ा अपना पद
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफ़ के पीछे एक सेक्स स्कैंडल को प्रमुख माना जा रहा है।
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पूरा मामला सांसद क्रिंस पिंचर को डिप्टी चीफ़ व्हिप बनाने से शुरू हुआ। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सांसद क्रिस पिंचर को सरकारी ज़िम्मेदारी देने को लेकर माफ़ी भी मांगी। लेकिन मंत्री और सांसद इससे नहीं माने। बोरिस जॉनसन ने स्वीकार किया कि पिंचर को इस साल की शुरुआत में डिप्टी चीफ़ व्हिप बनाकर बड़ी ग़लती की थी।
दरअसल, 30 जून को ब्रिटेन के समाचार-पत्र 'द सन' ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें दावा किया गया था कि सत्ताधारी कंज़र्वेटिव पार्टी के सांसद क्रिस पिंचर ने लंदन के एक प्राइवेट क्लब में दो मर्दों को आपत्तिजनक तरीक़े से छुआ।
'द सन' की रिपोर्ट आने के बाद पिंचर को इस्तीफ़ा देना पड़ा। मगर कुछ ही दिनों के भीतर ब्रिटेन की मीडिया में ऐसी और भी रिपोर्टें आईं। हाल के वर्षों में पिंचर के कथित यौन दुर्व्यवहार से जुड़े कम-से-कम छह और मामले सामने आए।
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बोरिस जॉनसन वैसे तो इस सेक्स स्कैंडल से सीधे सीधे लिप्त नहीं हैं मगर इस स्कैंडल ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है।
1 जुलाई को ब्रिटेन सरकार ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री को पिंचर की नियुक्ति से पहले उन पर लगे किसी आरोप की कोई जानकारी नहीं थी। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री को पिंचर पर लगाए गए "ख़ास आरोपों" की जानकारी नहीं थी।
मगर, 4 जुलाई को प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि बोरिस जॉनसन को ऐसे आरोपों की जानकारी थी जिनसे निपटा गया या जिनपर औपचारिक शिकायत नहीं हुई। प्रवक्ता ने साथ ही कहा कि पिंचर की नियुक्ति को रोकना उचित नहीं समझा गया क्योंकि ये आरोप साबित नहीं हुए थे।
उसी दिन दोपहर में बीबीसी ने बताया कि बोरिस जॉनसन को 2019-20 में ही पिंचर के विरुद्ध लाई गई एक औपचारिक शिकायत के बारे में बताया गया था जब वो विदेश मंत्री थे। इस शिकायत पर आगे जाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हुई थी जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि दुर्व्यवहार हुआ था।
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बाद में बोरिस जॉनसन ने बीबीसी से कहा, "मेरे पास एक शिकायत आई थी, मगर वो बहुत पुरानी बात है, और बस ज़ुबानी तौर पर कहा गया था।।। मगर ये कोई बहाना नहीं है, मुझे उस पर कार्रवाई करनी चाहिए थी।"
बोरिस जॉनसन को पिंचर पर लगे आरोपों के बारे में पता था तब भी उन्होंने उनकी नियुक्ति की थी। जॉनसन ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा है कि उनसे 'ग़लती' हुई है। जॉनसन ने कहा कि उनके फ़ैसले से जो भी प्रभावित हुए हैं, उनसे वह माफ़ी मांगते हैं।
बोरिस जॉनसन के इस फ़ैसले की विपक्ष के साथ उनके ख़ुद के सांसद भी आलोचना कर रहे थे।