ईरान की इस्लामी क्रांति की सालगिरह पर पूरे देश में भव्य रैलियां निकाली गई। राजधानी तेहरान सहित ईरान के सारे ही शहरों और बस्तियों में स्थानीय समय के अनुसार सुबह से ही रैलियों का क्रम जारी हो गया था।
इस्लामी क्रांति की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की कवरेज के लिए 7300 देशी और विदेशी पत्रकार व्यस्त थे। रैलियों के अंत में राजधानी तेहरान में राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी आज़ादी स्कवैर पर देश को संबोधित किया। याद रहे कि आज रविवार 11 फरवरी 2024 को इस्लामी क्रांति की सफलता की 45वीं वर्षगांठ पूरे देश में मनाई जा रही है।
इस्लामी क्रांति की सफलता की वर्षगांठ पर विश्व के नेताओं ने राष्ट्रपति रईसी को बधाई संदेश भी भेजे हैं।
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11 फरवरी सन 1979 को ईरान में स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी के नेतृत्व में इस्लामी क्रांति सफल हुई थी। आज पूरे देश में इस क्रांति की 45वीं वर्षगांठ मनाई गई है।
इसी अवसर पर विश्व के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी के नाम संदेश भेजे हैं। इसी संदर्भ में जापान, दक्षिणी कोरिया, चीन, सिंगापुर, इथोपिया, उज़बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, क़िरक़ीग़िस्तान और रूस सहित कई देशों के नेताओं ने ईरान के राष्ट्रपति को बधाई संदेश भेजा हैं।
इसी अवसर पर विश्व के विभिन्न देशों में ईरान के दूतावासों में इस्लामी क्रांति की सफलता की वर्षगांठ के संबन्ध में कार्यक्रम आयोजित किये गए। इन कार्यक्रमों में उन देशों के गणमान्य लोगों ने भाग लेकर इस्लामी क्रांति के प्रति अपने विचार व्यक्त किये।
याद रहे कि 45 साल पहले पहली फरवरी 1979 को स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी 15 वर्षों के निर्वासन के बाद स्वदेश वापस आए है। ईरान की जनता ने उनका भव्य स्वागत किया था।
स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी के ईरान आगमन के 10 दिनों के बाद अर्थात 11 फरवरी 1979 को ईरान की इस्लामी क्रांति सफल हो गई थी। आज उसी क्रांति की 45वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।