मोतियाबिंद को कम करते हैं ये फूड्स,जरूर पढ़े
अगर आप चाहती हैं कि आपको लंबे समय तक मोतियाबिंद ना हो तो ऐसे में इसके रिस्क को कम करने के लिए आप कुछ फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
Table of Contents (Show / Hide)
मोतियाबिंद आंखों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जो अक्सर उम्र के साथ खुद ही विकसित हो जाती है। वृद्ध लोगों में मोतियाबिंद होने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, अनियंत्रित मधुमेह और रक्तचाप जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी मोतियाबिंद की वजह बन सकती हैं। समय के साथ कुछ वसा और प्रोटीन जमा होने के कारण आपकी आंखों के लेंस अपारदर्शी या क्लाउडी बन जाते हैं। जिससे व्यक्ति की दृष्टि धुंधली हो जाती है।
जब एक बार जब व्यक्ति को मोतियाबिंद हो जाता है, तो इस समस्या से निजात पाने के लिए सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है। मोतियाबिंद से पूरी तरह से बच पाना तो असंभव है, लेकिन फिर भी आप अपने आहार के जरिए आंखों की हेल्थ का लंबे समय तक ख्याल रख सकते हैं। ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जो आंखों की बीमारी और दृष्टि के नुकसान के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रही हैं, जो मोतियाबिंद के रिस्क को कम करने में मदद साबित हो सकते हैं।
यह भी पढ़े : पत्रकार ने हिजाब नहीं पहना तो रईसी ने इंटरव्यू से किया इनकार
साबुत अनाज
मोतियाबिंद को रोकने के लिए 100 प्रतिशत साबुत अनाज की कम से कम तीन सर्विंग्स अवश्य लेनी चाहिए। आप ब्राउन राइस, बाजरा, दलिया, क्विनोआ, राई और गेहूं आदि को अपनी डाइट में शामिल करें।
गाजर
आंखों के लिए गाजर के फायदो से तो हर कोई वाकिफ है। इसमें बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन होते हैं, जिन्हें शरीर विटामिन ए में बदल देता है। गाजर आपकी आई हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है, जिसके कारण यह आंखों की समस्याओं को कम से कम रखने में मदद करते हैं।
फल और सब्जियां
रंगीन फलों और सब्जियों में कैरोटीनॉयड द्वारा पीले, लाल और ऑरेंज पिगमेंट का उत्पादन किया जाता है। आमतौर पर, इन खाद्य पदार्थों को कच्चा खाया जाता है, आप चाहें तो इन्हें उबालकर भी खा सकते हैं। खरबूजे, शकरकंद, हरी मिर्च, ब्रोकली, पपीता, आम और कद्दू में बीटा कैरोटीन और विटामिन ए जैसे कैरोटीनॉयड होते हैं, जो आपकी आंखों के लिए अच्छे होते हैं।
खट्टे फल
खट्टे फलों जैसे संतरे, अमरूद, आंवला आदि में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह विटामिन सी हेल्दी ब्लड वेसल्स को मेंटेन करने में मददगार है। साथ ही, यह एक नेचुरल एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह भी काम करते हैं, जिसकी वजह से यह सूजन संबंधी नेत्र रोगों से लड़ने के लिए फायदेमंद है।
मछली
फैटी एसिड को मोतियाबिंद के जोखिम को कम करने के लिए भी जाना जाता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड के उत्कृष्ट स्रोतों में ट्यूना, कॉड, साल्मन, झींगा, ट्राउट, अलसी का तेल और पालक आदि शामिल हैं। इसलिए, आप हफ्ते में कम से कम दो बार मछली का सेवन अवश्य करें। इससे आपकी आंखों को पोषण मिल सकता है।
नट्स और सीड्स
कई बीजों और नट्स में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में होता है, जो एक एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह आंखों की कोशिकाओं की झिल्ली की रक्षा करता है। इसलिए, आप बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज और मूंगफली आदि को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।
सोर्स हर ज़िन्दगी