ऐसा समझा जाता है कि कोरोना वायरस चीन से फैला था, जिसने बाद में एक वैश्विक महामारी का रूप ले लिया था। हालांकि अब विश्व भर में इस पर क़ाबू पा लिया गया है और इसी के साथ अकसर देशों में कोविड नियमों को या तो हटा लिया गया है या बड़े पैमाने पर उनमें ढील दे दी गई है।
लेकिन चीन शुरूआत से ही इस वायरस को बहुत गंभीरता से ले रहा है और उसने आज भी कई शहरों में कड़े नियम क़ायम कर रखे हैं।
अब कई शहरों में कोविड बंदिशों के ख़िलाफ़ हज़ारों लोग सड़कों पर उतर पड़े हैं, लोग अब पूछ रहे हैं कि शी जिनपिंग की ज़ीरो कोविड पॉलिसी को कब तक सहना पड़ेगा।
लोग विरोध प्रदर्शनों में अपना ग़ुस्सा सरकार और ख़ास तौर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ख़िलाफ़ निकाल रहे हैं और उनसे इस्तीफ़ा देने की मांग कर रहे हैं।
चीन में हालिया हिंसक प्रदर्शनों की शुरूआत उरुमकी के पश्चिमी शहर की एक इमारत में लगने वाली आग से हुई, जिसमें कम से कम 10 लोग झुलस गए थे।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी वीडियो फ़ुटेज जारी हुईं, जिसमें आग से बचने के लिए लोगों को जान बचाने के लिए इमारत से बाहर निकलने की विनती करते हुए देखा जा सकता है, क्योंकि कड़े लॉकडाउन के चलते लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं है।