ई-सिगरेट को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सेहत के लिए धूम्रपान जितना ही खतरनाक पाया है। इसके जोखिमों को देखते हुए भारत में इसकी ब्रिकी प्रतिबंधित है, हालांकि कई वेबसाइट्स पर इसकी बिक्री जारी है। इस दिशा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त कदम उठाया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में प्रतिबंधित ई-सिगरेट बेचने वाली 15 वेबसाइटों को नोटिस भेजकर उत्पादों का विज्ञापन और बिक्री बंद करने का निर्देश दिया है। छह और वेबसाइटें रडार पर हैं।
चार ने इसका परिचालन बंद भी कर दिया है। जिन वेबसाइटों ने नोटिस पर अमल नहीं किया उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। गौरतलब है कि साल 2019 से ही भारत में इसकी बिक्री पर रोक है।
ई-सिगरेट को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सेहत के लिए धूम्रपान जितना ही खतरनाक पाया है। इसके जोखिमों को देखते हुए भारत में इसकी ब्रिकी प्रतिबंधित है, हालांकि कई वेबसाइट्स पर इसकी बिक्री जारी है। इस दिशा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त कदम उठाया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में प्रतिबंधित ई-सिगरेट बेचने वाली 15 वेबसाइटों को नोटिस भेजकर उत्पादों का विज्ञापन और बिक्री बंद करने का निर्देश दिया है। छह और वेबसाइटें रडार पर हैं।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय, सोशल मीडिया पर ई-सिगरेट के विज्ञापन और बिक्री पर भी बारीकी से नजर रख रहा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार जिन 15 वेबसाइटों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें से चार ने इसका परिचालन बंद भी कर दिया है। जिन वेबसाइटों ने नोटिस पर अमल नहीं किया उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। गौरतलब है कि साल 2019 से ही भारत में इसकी बिक्री पर रोक है।
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इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के बारे में जानिए
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (ई-सिगरेट) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो सिगरेट की ही तरह दिखता है। बच्चों-युवाओं में इसकी पहुंच तेजी से बढ़ रही है। अध्ययनों के मुताबिक यह सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। युवाओं को इसके जोखिमों से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सरकार ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था।
भारत ही नहीं थाईलैंड, सिंगापुर, अर्जेंटीना, कंबोडिया सहित करीब 47 देशों में इसकी बिक्री और उपयोग प्रतिबंधित है।
ई-सिगरेट से हो सकते हैं कई नुकसान
ई-सिगरेट वैसे अभी काफी नया है और वैज्ञानिक अभी भी इसके दीर्घकालिक स्वास्थ्य दुष्प्रभावों को जानने के लिए अध्ययन कर रहे हैं। अब तक के शोध में पाया गया है कि ई-सिगरेट में निकोटीन होता है जो कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे निकोटीन की लत, किशोरों और वयस्कों के मस्तिष्क के विकास को नुकसान पहुंचाने, गर्भवती और शिशुओं के लिए जोखिम कारक पाया गया है।