उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बदलते मौसम में नवजात और छोटे बच्चों के लिए खतरनाक साबित होता जा रहा है। धूप निकलने के साथ चल रही ठंडी हवाओं से नवजात व छोटे बच्चे सर्दी-जुकाम, बुखार और श्वांस रोग से पीड़ित हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज एसएनसीयू, पीआईसीयू और चाइल्ड वार्ड में नवजात व छोटे बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है।
ऐसे मौसम में नवजात बच्चों और शिशुओं को मां की मालिश और गर्म कपड़ा कम पहनाना बीमार बना रही है। मौसम में बदलाव की वजह से मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू, पीआईसीयू और चाइल्ड वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यहां आने वाले बच्चे सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी और फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित हैं।
शुक्रवार को एसएनसीयू में 34 बच्चें मिले। मौसम में बदलाव को लेकर लापरवाही से बच्चें बीमार हो रहे हैं। तीन दिनों से निकल रही धूप में बच्चों के शरीर से गर्म कपड़े उतार देने और धूप में मालिश भी इसकी वजह है। मौसम आर्द्र होने और हवा में नमी होने की वजह से बच्चे इसी की चपेट में आ रहे हैं।
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बढ़ जाता है बीमारी का खतरा
मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू, पीआईसीयू और चाइल्ड वार्ड में गंभीर हालत में चार बच्चे पहुंचे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। डॉक्टर डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि मौसम बदलने से बच्चें फेफड़ों के संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। इस कारण बच्चों में सर्दी-जुकाम के साथ-साथ निमोनिया जैसी घातक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
क्या कहते हैं डॉक्टर
मेडिकल कॉलेज में तैनात बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एलके गुप्ता ने कहा कि बदलते मौसम में बच्चों को सर्दी-जुखाम, खांसी, निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है। सलाह दी जाती है कि बच्चों को रोज स्नान न कराएं, अगर बहुत जरूरी हो तो गर्म पानी से उनके शरीर को पोछें। बच्चों को गर्म कपड़े पहना कर रखें, अगर हवा चल रही हो तो धूप में न बाहर न बैठाएं।