सर्दी हो या गर्मी घरों में कढ़ी तो जरूर बनाई जाती है। बूंदी कढ़ी हो या पकौड़ा कढ़ी बन तो बहुत जल्दी है, लेकिन कुछ ऐसी गलतियां हैं, जिससे परफेक्ट और स्वादिष्ट कढ़ी नहीं बन पाती।
नॉर्थ इंडिया में एक या दो नहीं बल्कि कई तरह की कढ़ी बनाई जाती है। कढ़ी की बात हो रही है, तो आपको बताते चलें कि छत्तीसगढ़ में सब्जियों की भी कढ़ी बनाई जाती है, जैसे बैंगन, टमाटर, भिंडी और शकरकंद समेत कई सारी सब्जियों को दही की कढ़ी में बनाई जाती है।
कढ़ी बनाना तो आसान है, लेकिन परफेक्ट बनाना मुश्किल है। घर में कढ़ी बनाते वक्त लोग कुछ ऐसी गलती दौहराते हैं, जिससे परफेक्ट और स्वादिष्ट कढ़ी नहीं बन पाती। ऐसे में आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बताएंगे, जिसे आपको कढ़ी बनाते वक्त नहीं करनी है।
फोरन ज्यादा जलाना नहीं है
कढ़ी को स्वादिष्ट और उसमें बेहतरीन स्वाद और खुशबू के लिए फोरन का उपयोग किया जाता है। लोग फोरन के रूप में प्याज, मिर्च, मेथी, जीरा और करी पत्ता का उपयोग करते हैं।
आपको बता दें कि आप इतने सारे फोरन एक कढ़ी में न डालें। आप कढ़ी बना रहे हैं, तो उसमें 3-4 तरह के फोरन ही डालें, जैसे मेथी, हरी मिर्च और करी पत्ता। साथ ही फोरन डालने के बाद उसे सिर्फ चटकाए और सुनहरा होने तक भून लें, फिर दही या मट्ठा डालें।
दही को फेंटना नहीं
बहुत से लोग दही को बिना फेंटे या बिना ब्लेंड किए ही कढ़ी में डाल देते हैं। बिना फेंटे दही का उपयोगकरने से कढ़ी स्मूथ नहीं बनती। इसलिए कढ़ी में दही डालने से पहले उसे मिक्सी या जार में डालकर पानी के साथ ब्लेंड करें और कढ़ी में डालें। इससे कढ़ी स्मूथ और एक टेक्सचर में बनती है।
बेसन ज्यादा डालना
कढ़ी बनाते उसे गाढ़ा करने के लिए दही या पानी के साथ आधा से एक चम्मच बेसन को घोलकर डाला जाता है। बहुत से लोग आधा से एक चम्मच के बजाए ज्यादा बेसन डाल देते हैं, जिससे कढ़ी गाढ़ी हो जाती है। आप बेसन कम डालें और अच्छे से उबाल आने तक पकाएं।
ज्यादा तेल का उपयोग करना
फोरन चटकाने के लिए आपको एक से दो चम्मच तेल की जरूरत होती है, लेकिन लोग इससे ज्यादा तेल डालते हैं, जो दही और बेसन डालने के बाद ऊपर में तैरने लगता है। इसलिए जरूरत से ज्यादा तेल न डालें, कम तेल में फोरन चटकाए और दही बेसन (बेसन रेसिपी) डालकर परफेक्ट कढ़ी बनाएं।