किडनी की पथरी जिसे किडनी स्टोन भी कहा जाता है, एक सामान्य मेडिकल कंडिशन है जो बहुत तकलीफदेह हो सकती है. कभी-कभी इसका पता बहुत देर से चलता है, जब स्टोन बड़ा हो चुका होता है।
ऐसे में किडनी की पथरी का असहनीय दर्द पूरी दिनचर्या को खराब कर सकता है। किडनी की पथरी तब बनती है जब यूरिन में मिनरल और अन्य पदार्थ मिलकर क्रिस्टल के रूप में जम जाते हैं।
यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। कई बार किडनी की पथरी का ऑपरेशन करवाना पड़ जाता है, तो कुछ मामलों में इसे दवा खाकर भी ठीक किया जा सकता है। ये तो हो गया किडनी की पथरी का इलाज, लेकिन क्या आप किडनी की पथरी का कारण जानते हैं, कि आखिर ये समस्या किस वजह से होती है?
किडनी में पथरी बनने का कारण
पानी की कमी
पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से किडनी में मिनरल और सॉल्ट की डेंसिटी बढ़ जाती है, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है। दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
खानपान
डाइट में ज्यादा मात्रा में कैल्शियम, ऑक्सालेट का सेवन भी पथरी का कारण बन सकता है। जैसे कि पालक, चुकंदर, आलू, चाय, चॉकलेट और नट्स का ज्यादा मात्रा में सेवन।
वंशानुगत कारण
अगर आपके परिवार में किसी को किडनी की पथरी हो चुकी है, तो आपको भी इसके होने की संभावना ज्यादा मानी जाती है। यह वंशानुगत हो सकता है।
मोटापा
मोटापा और ज्यादा वजन होने से किडनी की पथरी बनने का जोखिम बढ़ जाता है। शरीर में चर्बी बढ़ने से यूरिन में पथरी बनाने वाले तत्वों की मात्रा बढ़ सकती है।
शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना
फिजिकल एक्टिविटी की कमी भी किडनी की पथरी के निर्माण में योगदान कर सकती है। नियमित व्यायाम से शरीर में मिनरल्स और लवणों का संतुलन बना रहता है।
अन्य बीमारियां
कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ जैसे हाइपरपैराथायरॉइडिज्म, किडनी की बीमारियां और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल बीमारियां भी पथरी के जोखिम को बढ़ा सकती हैं.