आम आदमी पार्टी बहुमत के लिए जरूरी 126 के आंकड़े से आगे है जबकि भारतीय जनता पार्टी बहुमत के आंकड़े से पीछे हो गई है वहीं कांग्रेस दिल्ली नगर निगम में लगभग 10 से वार्डों में लीड कर रही है।
एग्जिट पोल्स के अनुमान एक बार फिर ग़लत साबित हुए हैं और आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के बीच जीत का अंतर बहुत ही कम है। एमसीडी चुनाव के एग्ज़िट पोल में लगभग सभी सर्वे एजेंसियों ने आम आदमी पार्टी की जीत और भारतीय जनता पार्टी के 15 वर्षों के शासन के अंत होने का अनुमान लगाया था।
उधर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार किया और उनके साथ विश्वासघात किया, उसका बदला दिल्ली की जनता लेगी, मुझे दिल्ली की जनता पर भरोसा है, हमने मुद्दे उठाए, आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार को उजागर किया और उनकी विफलताओं को उजागर किया, हम चौथी बार एमसीडी में सत्ता में आने जा रहे हैं।
बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली के अपने नेताओं को निर्दलीय और दूसरे दलों के विजयी पार्षदों से संपर्क करने के निर्देश दिए। दिल्ली की सत्ता में पहली बार काबिज़ हुई आम आदमी पार्टी ने 2013 में 70 विधानसभा सीटों में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि वहीं, कांग्रेस को उस समय मात्र 8 सीट हासिल हुईं थीं जबकि भाजपा 34 सीट ही जीत पाई थी, बहुमत से 2 सीट पीछे रही भाजपा उस समय सरकार नहीं बना पाई थी और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को समर्थन देकर अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार बना दी थी. उस समय हार कर भी कांग्रेस ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभाई थी।