संयुक्त राष्ट्र संघ के ह्युमैनिटेरियन एड कोआर्डिनेटर मार्टिन ग्रीफ़िथ्स और संस्था के दूसरे कई अधिकारियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि सहायता कार्यक्रम चलाने में महिलाओं के योगदान के विषय पर कोई बात नहीं हो सकती यह सिलसिला हर हाल में जारी रहना चाहिए। बयान में तालेबान सरकार से मांग की गई है कि वह अपना फ़ैसला वापस ले।
बयान में कहा गया है कि मानवता प्रेमी सहायता पहुंचाने का काम जारी रखने के लिए महिलाओं का सहयोग ज़रूरी है और तालेबान सरकार के आदेश के बाद हमें अपना काम रोकना पड़ा है।
बयान में यह भी कहा गया कि तालेबान की ओर से जो सीमितताएं लागू कर दी गई हैं उनके रहते हुए काम जारी रख पाना संभव नहीं है।
बयान पर संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन काम करने वाली कई संस्थाओं के प्रमुखों के हस्ताक्षर हैं। बयान में कहा गया है कि हमें सहायता कार्यक्रम एसे समय में रोकना पड़ रहा है जब अफ़ग़ानिस्तान के 2 करोड़ 80 लाख लोगों को मानवीय सहायता की सख़्त ज़रूरत है।
यूरोपीय संघ और 12 देशों के विदेश मंत्रियों ने भी एक संयुक्त बयान जारी करके तालेबान सरकार से कहा है कि वह महिलाओं के कम करने पर रोक लगाने का अपना आदेश वापस ले।