यूरो न्यूज़ के अनुसार यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के प्रमुखों ने 10 मार्च को एक बैठक की। इस बैठक में यूक्रेन की वर्तमान स्थति के बारे में चर्चा की गई।
यूरोपीय संघ के सारे सदस्य देशों का कहना था कि यूक्रेन के साथ हमारे घनिष्ठ संबन्ध हैं। इसी के साथ उनका यह भी कहना था कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यूरोपीय संघ में यूक्रेन की सदस्यता में जल्दबाज़ी ठीक नहीं है।
हालैण्ड के प्रधानमंत्री का कहना था कि यूक्रेन की सदस्यता के लिए जल्दबाज़ी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन के साथ हैं और उसके साथ सहयोग करेंगे।
इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां ने क्या हम एक युद्धरत देश के लिए यूरोपीय संघ में सदस्यता की प्रक्रिया आरंभ कर सकते हैं। मैं सोचता हूं कि यह ठीक नहीं है कि इस समय हम अपने दरवाज़ें बंद कर लें और कहें कि नहीं। यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है।
याद रहे कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय संघ की सदस्यता के लिए इस संघ के कुछ देशों को तो राज़ी कर लिया है किंतु कुछ अन्य देशों को वे अभी तक आशवस्त नहीं कर पाए हैं। यही कारण है कि यूक्रेन की सदस्यता को लेकर यूरोपीय संघ के सदस्य देश एकमत नहीं हैं।