भारत, पाकिस्तान समेत एशिया के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए अगस्त-सितंबर का महीना ख़ास है। कोरोना की मुश्किलों को झेलकर तीन साल बाद एशिया कप का आयोजन 27 अगस्त से संयुक्त अरब अमीरात में हो रहा है।
इस टूर्नामेंट से जुड़ी ख़ास बातें:
एशिया कप में कितनी टीमें और ग्रुप हैं?
इस टूर्नामेंट में कुल 6 टीमें हिस्सा ले रही हैं।
इनमें 5 स्थाई टीमें भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका की हैं। वहीं संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग और कुवैत में से एक टीम बतौर छठी टीम इसमें हिस्सा लेगी।
एशिया कप के ये मुक़ाबले शारजाह और दुबई में खेले जाएंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप के कुल 14 मुक़ाबले हो चुके हैं। इनमें से भारत ने 8 मैच जीते हैं, वहीं पाकिस्तान ने 5 मुक़ाबले जीते हैं, एक मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।
यह भी पढ़े : बिना डिग्री के विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर बनने का मौक़ा, जानिए क्या है क़ानून
एशिया कप किस फॉर्मेट में खेला जाएगा और क्यों?
ये टी20 वर्ल्ड कप का साल है, इसलिए एशिया कप भी टी20 फॉर्मेट में ही खेला जाएगा। इससे पहले साल 2016 में एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला गया था। अब दूसरी बार टी20 फॉर्मेट में एशिया कप खेले जा रहे हैं। दरअसल, एशियन क्रिकेट काउंसिल ये फ़ैसला कर चुकी है कि जिस साल जिस फॉर्मेट का विश्व कप होगा, उसी फॉर्मेट को एशिया कप में भी अपनाया जाएगा।
एशिया कप में अब तक कौन-कौन बना चैंपियन?
एशिया कप में भारत का हमेशा से दबदबा रहा है। पिछले 14 सीजन में भारत ने सबसे ज़्यादा 7 बार ये कप जीता है। श्रीलंका की टीम ने 5 बार ये टूर्नामेंट जीता है। पाकिस्तानी टीम 2 बार ये टूर्नामेंट जीत चुकी है। बांग्लादेश की टीम तीन बार फाइनल में पहुंच चुकी है लेकिन अभी भी टीम को जीत का इंतज़ार है।
एशिया कप में इस बार की भारतीय टीम
इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने 15 सदस्यीय टीम का चयन किया गया है और ब्रेक के बाद विराट कोहली और चोट के बाद केएल राहुल की वापसी हुई है। वहीं दूसरी ओर चोट के चलते जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे। ये दोनों फ़िलहाल नेशनल क्रिकेट अकादमी, बेंगलुरु में फ़िट होने की कोशिशों में जुटे हैं।एशिया कप की टीम में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ों ईशान किशन और संजू सैमसन को भी जगह नहीं मिली है। विकेटकीपर बल्लेबाज़ के तौर पर ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक चयनकर्ताओं का भरोसा जीतने में कामयाब रहे हैं।
सोर्स : बीबीसी