जानकार सूत्रों के अनुसार कोपियांस्की क्षेत्र के खार्किव में रूस द्वारा यूक्रेनी लक्ष्यों पर हमले में जिस ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था वह ईरान का आत्मघाती ड्रोन शाहिद-136 था। बाद में मीडिया में इस ड्रोन के मलबे की फोटोज़ भी आई थीं।
रूस द्वारा ईरानी ड्रोन के प्रयोग पर इजरायल के समाचार पत्र जरोशलेम पोस्ट ने लिखाः "रूस द्वारा (यूक्रेन युद्ध में) ईरानी निर्मित ड्रोन का [सफल] उपयोग के मध्य पूर्व के लिए अहम संदेश हो सकता है। क्योंकि ईरान इन ड्रोनों का पूरे क्षेत्र में इस्तेमाल करता है और उसने इजरायल को ड्रोन हमले की चेतावनी दी है।"
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इजरायली समाचार पत्र के अनुसार ईरान के आत्मघाती ड्रोन गेम चेंजर साबित हो सकते हैं। रूसी इन ड्रोन का इस्तेमाल अमेरिकी तोपखाने और मिसाइल सिस्टम को निशाना बनाने के लिए करते हैं।
ईरानी ड्रोन शाहिद-136 की खूबियां
पिछले 6 सप्ताह को युद्ध में रूसी सेना की वह इकांई जो ईरानी ड्रोन शाहिद-136 से लैस है ने यूक्रेनी पक्ष के लिए युद्ध के हालात को कठिन बना दिया है। हालांकि रूसी पक्ष ईरानी ड्रोन के प्रयोग को सार्वजनिक करने में रूचि नहीं रखा है, केवल उनका प्रयोग कर रहा है। दूसरी तरफ़ इन ड्रोन हमलों में होने वालि क्षति के बारे में यूक्रेन पक्ष भी कुछ भी बोलने से परहेज़ कर रहा है। लेकिन इन ड्रोनों की मारक क्षमता और नुकसान पहुँचाने की क्षमता इनती अधिक है कि यूक्रेनी पक्ष को इस प्रतिक्रिया देने और युद्ध क्षेत्र में एक नए शक्तिशाली हथियार के प्रवेश पर प्रतिक्रिया और उसका मुकाबला करने के लिए तैयारी करने पर विवश कर दिया है।
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जबकि नाटो को इन ड्रोनों का मुकाबला करने के बारे में सोचने की जरूरत है, ज़ेलेंस्की सरकार के अधिकारियों ने भी इजरायल से संपर्क किया है और उन्हें यूक्रेन में अपनी ड्रोन-विरोधी क्षमताओं को लाने के लिए कहा है। शायद वे ईरानी ड्रोन का मुकाबला करने में सफल होंगे। हालांकि यूक्रेनी पक्ष के इस अनुरोध पर इजरायल ने अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है।
यह ड्रोन युद्ध क्षेत्र में भयानक विधवंस मचाते हैं।