भारत-उज़्बेकिस्तान के बीच दो सप्ताह तक चलने वाले इस संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं आतंकरोधी अभियानों में उठाए जाने वाले सामरिक क़दमों का अभ्यास कर रही है। उज़्बेकिस्तान के साथ संयुक्त अभ्यास का यह चौथा संस्करण है। पिछले साल यह उज़्बेकिस्तान के यांगियारिक में हुआ था। भारतीय और उज़्बेकिस्तान की सैन्य टुकड़ियों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'दुस्तलिक' का चौथा संस्करण सोमवार से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में शुरू हो गया। विदेशी प्रशिक्षण नोड, पिथौरागढ़ में 14 दिनों तक चलने वाले संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों के 45-45 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। दोनों सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंधों को बढ़ावे उद्देश्य से आयोजित हो रहे अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट की एक इन्फैंट्री बटालियन कर रही है।
अभ्यास का पहला संस्करण नवंबर 2019 में उज़्बेकिस्तान में हुआ था। इसके बाद से यह दोनों देशों में बारी बारी से आयोजित किया जाता है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के मेंडेट के अंतर्गत पर्वतीय और अर्ध-शहरी इलाक़ों में आतंकवाद विरोधी संयुक्त अभियानों पर ध्यान केंद्रित इस संयुक्त अभ्यास के दौरान फील्ड ट्रेनिंग अभ्यास, युद्ध चर्चाएं, व्याख्यान व प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। इसका समापन एक कॉम्बेट डिस्प्ले के साथ होगा। अभ्यास के दौरान दोनों सेनाएं संघर्ष के दौरान बनने वाली स्थिति से निपटने के लिए अपनाई जाने वाली चुनौतियों का सामना करेंगी।