उत्तर कोरिया ने यह क़दम अपने नेता किम जोंग-उन की अधिक उन्नत और शक्तिशाली हथियार विकसित करने की योजना के तहत उठाया है।
दक्षिण कोरिया और जापान ने इस परीक्षण का पता लगाया, जिसके बाद उत्तरी द्वीप होक्काइडो के निवासियों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया।
उत्तर कोरिया का कहना है कि यह एक सॉलिड फ्यूल इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जो उसका अब तक का सबसे अधिक शक्तिशाली हथियार है। सरकारी न्यूज़ एजेंसी केसीएनए ने इस परीक्षण को सफल करार दिया है।
परीक्षण के दौरान, देश के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन, उनकी बेटी और उनकी बहन भी मौजूद थे।
किम जोंग-उन ने कहा है कि ह्वासांग-18 नाम का यह मिसाइल, उत्तर कोरिया की आक्रामक रणनीति में मदद करेगा और उनके दुश्मन डरेंगे और चिंता करेंगे।
वहीं दक्षिण कोरिया ने कहा है कि जिस तकनीक की बात उत्तर कोरिया ने की है वह नई नहीं है और उसे सही मायनों में सॉलिड फ्यूल इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल बनाने में अभी और वक्त लगेगा।