चीन का नया स्पेश स्टेशन, दोपहर की नींद के लिए भी मिलेगी छुट्टी
चीन ने अपने नए स्पेस सेंटर की वीडियो जारी की है जिसमें उसके अंतरिक्षयात्री दोपहर की नींद लेने की तैयारी कर रहे हैं।
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चीन के नए स्पेस स्टेशन में काम करने वाले अंतरिक्षयात्रियों के काम में दोपहर की नींद लेना भी शामिल है. स्पेस स्टेशन में गए तीनों अंतरिक्षयात्रियों- निए हुइशेंग, लिउ बोमिंग और तांग होंगबो तीनों हवा में उड़ते खाने के डिब्बों के बीच बैठे और सोने की तैयारी करते दिखे। इन तीनों अंतरिक्षयात्रियों के तियान्हे स्पेस मॉड्यूल में उनके अंतरिक्ष जाने के पहले 24 घंटों का है. यहां पर वो तीन महीनों तक रहने वाले थें।
इससे पहले साल 2016 में चीन ने शेन्ज़ू स्पेस मिशन भेजा था जिसके ज़रिए गए अंतरिक्षयात्री 33 दिनों तक स्पेस स्टेशन में रहे थे.
बीते क़रीब पांच सालों में ये चीन का पहला मानव स्पेस मिशन है और मना जा रहा था कि ये उसका अब तक का सबसे लंबा स्पेस मिशन होगा. चीन ने इसी साल जून 17 को इन तीन अंतरिक्षयात्रियों को शेन्ज़ू-12 स्पेस फ्लाइट के ज़रिए अंतरिक्ष में बन रहे अपने नए स्पेस स्टेशन में भेजा था.
सवेरे आठ से रात नौ बजे तक चलता है काम
चीन के सरकारी प्रसारक सैंट्रल चाइना टेलीविज़न पर प्रसारित किए गए इस वीडियो के अनुसार इन अंतरिक्षयात्रियों का काम सवेरे 08.00 बजे ग्राउंड कंट्रोल से बात करने के साथ शुरू होता है. इसके बाद ये रात के 21.00 बजे तक काम करते हैं और दिन के आख़िर में दिन भर के काम का अपडेट देते हैं. सरकारी प्रसारक के अनुसार इन अंतरिक्षयात्रियों को हर सप्ताह एक दिन की छुट्टी भी मिलेगी ताकि उनमें 'अच्छा हौसला' बना रहे. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाँच मिनट के कॉल के दौरान अंतरिक्षयात्रियों से बात की और उसके काम के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार जिनपिंग ने कहा, "तीन महीने आप अंतरिक्ष में बिताएंगे और जब आप वहां अपना काम कर रहे होंगे तो आपका काम और आपकी ज़िंदगी चीनी लोगों के दिलों में होगी."
उन्होंने कहा, "आप उन लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो एक नए युग में चीनी स्पेस इंडस्ट्री को आगे बढ़ाना चाहते हैं. मुझे उम्मीद है कि आप लोग एकदूसरे के साथ मिलजुल कर काम करेंगे और अंतरिक्ष में अपने सभी काम पूरे करेंगे." शी जिनपिंग ने कहा, "चीन के स्पेस इंडस्ट्री के लिए अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन बनाना मील का पत्थर साबित होगा, इससे अंतरिक्ष से मिली जानकारी के मानवता के लिए शांतिपूर्ण इस्तेमाल में मदद मिलेगी."
अंतरिक्षयात्रियों से बात करने से पहले शी जिनपिंग ने कक्षा में काम करते हुए स्पेस स्टेशन के कोर मड्यूल, शेन्ज़ू-12 स्पेस फ्लाइट और अंतरिक्षयात्रियों के काम को वीडियो लिंक के ज़रिए देखा. वीडियो में उन्होंने देखा कि निए हुइशेंग, लिउ बोमिंग और तांग होंगबो रोबोटिक आर्म के साथ तैयारी कर रहे हैं. वो मॉड्यूल में काम करने के लिए अपने एक्स्ट्रावेहिकुलर स्पेससूट की जांच कर रहे हैं.
पीटीआई के अनुसार ये रोबोटिक आर्म 15 मीटर तक लंबा हो सकता है और अमेरिका सेना में इसके संभावित इस्तेमाल को लेकर चिंतित है. निए हुइशेंग और उनकी टीम इस रोबिटक आर्म के ज़रिए स्पेस स्टेशन को बनाने और उसके रखरखाव का काम करेंगे.
इससे पहले चीन ने कई ऐसे सैटेलाइट लॉन्च किए हैं जिनमें रोबोटिक आर्म लगा था. इनके ज़रिए उसने अंतरिक्ष में फैले कचरे को जमा करने और उसे पृथ्वी के वायुमंडल में भेजकर जलाने का काम किया. इस मिशन के दौरान कमांडर निए हुइशेंग और उनकी टीम का पहला उद्देश्य 22.5 टन तियान्हे मॉड्यूल को काम में लाना होगा.
इस मिशन को अंतरिक्ष में चीन के बढ़ते आत्मविश्वास और क्षमता के प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है.
बीते छह महीनों में, चीन ने अंतरिक्ष में दो बड़े मुश्किल और जटिल अभियानों को अंजाम दिया है. इनमें चांद की सतह से पत्थर और मिट्टी के नमूने वापस धरती पर लाना और छह पहियों वाले चुरोंग रोबोट को मंगल ग्रह की सतह पर उतारना शामिल है. हाल के दिनों में चीन ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में निवेश बढ़ाया है. साल 2019 में चीन चांद के अंधेरे वाली जगह पर पहला मानव रहित रोवर उतारने वाला पहला ऐसा देश बना.
सोर्स : बीबीसी