संयुक्त अरब अमीरात द्वारा यमन की ऐतिहासिक चीज़ों की चोरी धड़ल्ले से जारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात यमन के कुछ क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर के वहां मौजूद ऐतिहासिक चीज़ों और प्राचीन कलाकृतियों की चोरी कर रहा है।
Table of Contents (Show / Hide)
यमनी विश्लेषक "अनीस मंसूर" ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में खुलासा किया: यूएई, जिसने "हज़कमौत" क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, इस क्षेत्र के ऐतिहासिक और प्राचीन चीज़ों को चुरा रहा है और इन चीज़ों को अबू धाबी के फ्यूचर संग्राहलय (future museum Dubai) स्थानांतरित कर रहा है। इस संग्रहालय को 2017 में अबू धाबी और पेरिस के बीच तीस साल के समझौते के हिस्से के रूप में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन द्वारा खोला गया था।
यमनी वेबसाइट "हज़्रमौत 24" ने यमन से लूटी गई सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और प्राचीन कलाकृतियों और उनके प्रदर्शन के स्थान पर एक विस्तिरित रिपोर्ट जारी करते हुए इन कलाकृतियों को वापस करने के लिए एक अभियान शुरू किए जाने का आह्वान किया।
यह भी देखें
यूएई, यूक्रेनी महिलाओं और बच्चों के लिए वेश्यावृति का बना गढ़
इस यमनी साइट ने यमन से ऐतिहासिक चीज़ों की चोरी के बारे में लिखा: संयुक्त अरब अमीरात ने दस्तावेजी लिपि के साथ उत्कीर्ण एक कांस्य हाथ, सोने से बना 4000 साल पुराना पशु चेहरा और एक अद्वितीय ऊंट की मूर्ति शामिल है सहित सैकड़ों ऐतिहासिक और प्राचीन कलाकृतियों को चुरा लिया है और सभी चीज़ों को अबू धाबी के संग्राहलय में प्रदर्शित किया गया है।
इस खबर और यूएई द्वारा ऐतिहासिक चीज़ों की चोरी पर विभिन्न रिपोर्टों के बाद अरब सोशल नेटवर्क यूज़र ने संयुक्त अरब अमीरात के विरुद्ध एक हैशटैग चलाया है जिसमें इस देश द्वारा मिस्र इराक, सीरिया जैसे देशों से प्राचीन चीज़ों की चोरी पर कमेंट किया है।
यमन में ऐतिहासिक और प्राचीन कार्यों के विशेषज्ञों में से एक, अब्दुल्ला हुसैन, चोरी की गई प्राचीन चीज़ों की संख्या के बारे में कहते हैं: "इन चीज़ों की सही संख्या बताना संभव नहीं है, लेकिन ब्लैक मार्केट में बेची गई चीज़ों से पता चलता है कि यमन से ऐतिहासिक महत्व की कम से कम 10,000 से अधिक प्राचीन कलाकृतियों की चोरी की गई है।"
यह भी पढ़ें
यूएई में मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल इजरायली कंपनियों की चौंकाने वाली संख्या
चश्मदीदों का कहना है कि यमन का अनूटा द्वीप सिकोट्रा (socotra) जिस पर इस समय संयुक्त अरब अमीरात का कब्ज़ा है के पर्यावरण को यूएई ने गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया है, संयुक्त अरब अमीरात बुलडोज़रों द्वारा इस द्वीप को समतल बना रहा है। कई प्राचीन वस्तुओं को चुराया गया है। और यूएई इस द्वीप के अनूठें जानवरों और समुद्री जीवों को अबू धाबी ले जा रहा है।
यूएई ऐतिहासिक रूप से कई देशों, खासकर यमन, सीरिया और इराक से ऐतिहासिक और प्राचीन स्मारकों को चुराने में शामिल रहा है और इसके जरिए वह अपने रेगिस्तानी पहचानहीन इतिहास को बदलने की कोशिश कर रहा है।
पिछले दो दशकों में, यूएई ने यमन सहित अरब देशों की कई ऐतिहासिक और प्राचीन वस्तुओं को चुराकर अपने देश भेजा है। संयुक्त अरब अमीरात दुनिया का एक नया स्थापित देश है जो तीव्र पर्यटक प्रतिस्पर्धा के कारण बड़ी संख्या में पर्यटकों के लिए एक गंतव्य बन गया है और अपने इतिहास को बदलना चाहता है।
हालांकि, अमीराती शासकों द्वारा अपने देश को ऐतिहासिक दिखाने के लिए पड़ोसी देशों से प्राचीन वस्तुओं की चोरी की विश्व स्तर पर आलोचना की गई है।
पिछले नवंबर में, ऐतिहासिक और पुरावशेषों विशेषज्ञ एक अमेरिकी शोधकर्ता ने खुलासा किया कि संयुक्त अरब अमीरात यमनी प्राचीन और ऐतिहासिक चीज़ों को बेचने के लिए अमेरिका भेज रहा है।
एक अमेरिकी शोधकर्ता अलेक्जेंडर नागेल ने कहा कि यमन की दस लाख से अधिक ऐतिहासिक और प्राचीन वस्तुओं को समय-समय पर संयुक्त अरब अमीरात से अमेरिका में अलग-अलग तरीकों से स्थानांतरित किया गया है।
एक जर्मन संस्था ने पहले घोषणा की थी कि यूएई ने सीरिया से कई ऐतिहासिक और प्राचीन चीज़ों को चुराया है। चुराई गई इन वस्तुओं को या तो बेच दिया गया है या फिर अबू धाबी स्थानांतरित कर दिया है।
इराकी सीमा शुल्क अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों के खिलौने लाने के बहाने से अमीराती कंटेनर देश में प्रवेश करते हैं, लेकिन जब वे अबू धाबी लौटते हैं, तो उनमें ऐतिहासिक और प्राचीन कलाकृतियां होती हैं, जिन्हें स्करी करके संयुक्त अरब अमीरात ले जाया जाता है।
कुछ समय पहले, इस देश के दक्षिण में हैज़रमौत प्रांत में स्थानीय यमनी सूत्रों ने खुलासा किया कि संयुक्त अरब अमीरात इस प्रांत से सोना निकालकर, समुद्र या जमीन के रास्ते इसे अपने देश ले जा रहा है। सोने की इस चोरी की एक घटना तब सामने आई जब चुराया हुआ सोना ले जा रहे ट्रकों को स्थानीय लोगों ने रोक दिया और जब उनकी छानबीन की गई तो उसमें यमन का सोना भरा हुआ था जिसे चोरी करके अबू धाबी ले जा रहा था।