इस्राईली मीडिया का कहना है कि कई यूरोपीय देशों ने इस्राईली विदेश मंत्री एली कोहिन से बात की है और चेतावनी दी है कि एकपक्षीय रूप से की जाने वाली कार्यवाहियां क़ुद्स और वेस्ट बैंक में हालात ख़राब करने के साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर भी समस्याएं खड़ी कर सकती हैं।
यूरोपीय विदेश मंत्रियों ने कहा है कि नेतनयाहू के नेतृत्व में बनने वाली वर्तमान सरकार मस्जिदुल अक़सा की स्थिति में बदलाव की कोशिश कर सकती है और फ़िलिस्तीनी इलाक़ों में ज़ायोनी बस्तियों के निर्माण का दायरा बढ़ा सकती है और यह दोनों ही काम एसे हैं जिनसे हालात बिगड़ेंगे।
मीडिया का कहना है कि ब्रिटेन, जर्मनी, डेनमार्क, हालैंड, स्टोनिया, क्रोएशिया, साइप्रस और ग्वेटेमाला के विदेश मंत्रियों ने कोहिन से टेलीफ़ोन पर बात की और उन्हें विदेश मंत्री पद की बधाई दी मगर कुछ विदेश मंत्रियों ने इसी बातचीत में यह भी कहा कि नेतनयाहू सरकार एकपक्षीय रूप से अगर क़दम उठाती है तो हालात ख़राब होंगे।
यूरोपीय विदेश मंत्रियों का कहना है कि हम इस्राईल के होमलैंड सुरक्षा मंत्री ईतमार बिन ग़फ़ीर की गतिविधियों पर गहरी नज़र रख रहे हैं और उनके द्वारा उठाए जाने वाले क़दमों से पूरा इलाक़ा आग की शोले की तरह भड़क उठेगा।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति अधिकारी जोज़ेप बोरेल ने गत गुरुवार को फ़ोन करके इस्राईली विदेश मंत्री से कहा कि हालिया समय में इस्राईली सरकार ने अनेक फ़िलिस्तीनियों की हत्या कर दी जिससे हमें गहरी चिंता है। उन्होंने कहा कि यूरोप इस समय युक्रेन युद्ध से पैदा होने वाली परिस्थितियों का सामना कर रहे है और इन हालात में इस्राईल को चाहिए कि हालात को कंट्रोल करने में हमारी मदद करे ख़ास तौर पर इसलिए भी कि ईरान और रूस का सहयोग विस्तृत होता जा रहा है।