बिन नाएफ़ के विरुद्ध बिन सलमान के तख्तापलट के नए रहस्यों का पर्दाफाश
एक ट्वीटर एकाउट ने अपने अध्ययन में पूर्व क्राउन प्रिंस बिन नाएफ के विरुद्ध सऊदी किंग सलमान के बेटे बिन सलमान के तख्तापलट के रहस्यों की कई परतों को खोला है।
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रिपोर्ट के अनुसार अलहुवैज़ी नामक एक व्यक्ति अस्पताल में बिन नाएफ से मुलाकात करता है, और उनको निश्चित मौत के चंगुल से बच निकलने की कहानी बताता है, जिससे बिन नाएफ प्रभावित हो जाते हैं, और इस प्रकार वह वयक्ति उनके करीब आ जाता है। बाद में पूर्व सऊदी क्राउन प्रिंस बिन नाएफ अपने बहुत से कार्य उसके हवाले कर देते हैं।
ट्वीटर एकाउंट के अनुसार बाद में अलहुवैज़ी ने कुछ ऐसे कार्य किए जिससे बिना नाएफ अलग थलग पड़ गए और बाद में उनको जेल हो गई। इस व्यक्ति ने बिन नाएफ के विरुद्ध बिन सलमान और वर्तमान यूएई किंग बिन ज़ाएद द्वारा रची गई तख्तापलट की साज़िश को कार्यान्वयित किया। इस तख्तालपट से पहले उसने इसकी सूचना पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम के दामाद जारेड कुशनेर को भी दी।
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रिपोर्ट के अनुसार इस साज़िश में बिन नाएफ की नैतिक हत्या की साज़िश रची गई और यह सब आले सऊद की निगरानी में हो रहा था। साज़िश के तहत अलहुवैज़ी ने जद्दा के फार्म हाउस पर एक पार्टी आयोजित की, वहा पर कई गुप्त कैमरे लगाए गए और उसके बाद बिन नाएफ की शराब पीते हुए और लड़कियों के साथ डांस करने की वीडियो बनाई गई।
अध्ययन से पता चलता है कि चूँकि बिन नाएफ को अलहुवैज़ी पर बहुत विश्वास था इसलिए वह इस जाल में फंस गए। उनकी आपत्तीजनक तस्वीरें ली गईं। पार्टी के बाद इन सभी तस्वीरों और वीडियो को अलहुवैज़ी बिन सलमान के पास अलसलाम पैसेल लेकर पहुँच गया।
अलतहक़ीक अल जदीद ट्वीटर एकाउंट के अनुसार उसके कुछ दिन बाद बिन सलमान इन तस्वीरों और वीडियो को लेकर किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ के पास अलसफ़ा पैसेल पहुँचे और तस्वीरें दिखाने के बाद कहा कि बिन नाएफ़ क्राउन प्रिंस बनने के योग्य नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार इन वीडियो और तस्वीरों में वह द्रश्य भी थे जिसमें बिन नाएफ़ को ड्रग और मानसिक बीमारी की दवाओं का प्रयोग करते हुए दिखाया गया था।
इसी ट्वीटर एकाउंट के अनुसार उसके बाद किंग सलमान ने बिन नाएफ़ और बैअत कमेटी को हाज़िर किया और बिन नाएफ़ को धमकी दी कि वह उसे देश और शाही खानदान के सामने बदनाम कर देंगे, और कहा कि अगर वह क्राउन प्रिंस के पद से हटने को स्वीकार नहीं करते हैं तो यह तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक कर दी जाएंगी।
बिन नाएफ़ ने वही किया जो किंग सलमान ने कहा और वह बिन सलमान के लिए क्राउन प्रिंस के पद से हटने के लिए तैयार हो गए। हालांकि बैअत कमेटी के कुछ सदस्यों जैसे अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ ने बिन सलमान को क्राउन प्रिंस बनाए जाने का समर्थन नहीं किया, लेकिन फिर भी तख्तापलट अभियान सफल रहा।
इस एकाउंट की रिपोर्ट के अनुसार तख्तापलट की कामयाबी के बाद बिन सलमान ने बिन नाएफ़ के विरुद्ध क्रूर रुख अपनाया, और उनको इतना टार्चर किया कि वह अपना ध्यान नही रख सकते थे, और आखिरकार उनको उनके ही घर मे नज़रबंद कर दिया गया।
2020 को बिन नाएफ़ को उनके चचा अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ (जिन्होंने बिन सलमान के क्राउन प्रिंस होने को स्वीकार नहीं किया था) के साथ भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेज दिया गया। हालांकि उन्होंने आरोपों का खंडन किया था, लेकिन उसके बाद से उनके बारे में कोई सूचना नहीं है।
बताया जाता है कि उनको नज़बंद कर दिया गया है, और उनके मुख्य सलाहकार सअद बिन खालिद अलजबरी कनाडा फरार कर गए हैं।
बिन नाएफ़ और अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़, सऊदी तख्त के लिए बिन सलमान के मुख्य प्रतिद्वंदियों में से हैं।
2021 में अपनी एक रिपोर्ट में ब्रिटिश समाचार पत्र टाइम्स ने बताया था कि बिन नाएफ़ को जेल में बीच मैदान में टार्चर किया जाता है। वह बिना डंडे के सहारे के चल नही सकते हैं। एकाकी जेल में उनका 36 किलो वज़न गिर गया है।
बिन नाएफ़ और अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ की गिरफ्तारी पिछले एक दो वर्षों से सऊदी राजनीतिक का फोड़ा बना हुआ है। सऊदी अरब से भागकर दूसरे देशों में पनाह लेने वाले बहुत से राजकुमारों ने बिन नाएफ़ की गिरफ्तारी के विरुद्ध बिन सलमान पर मुकदमा चलाए जाने के अभियान चला रखा है।