भारत के उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू कतर की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे थे तभी पैगंबर के खिलाफ कथित रूप से 'आहत करने वाली' टिप्पणी का विवाद खड़ा हो गया।
हालांकि खबरों के अनुसार उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ डिनर का कार्यक्रम स्वास्थ्य कारणों से रद्द किया गया है। ऐसी खबरें थी कि डिप्टी अमीर कोरोना के एक्सपोजर में आए हैं और इस बारे में उप-राष्ट्रपति नायडू के दोहा पहुंचे से पहले भारत को बता दिया गया था।
पैगंबर के खिलाफ कथित रूप से 'आहत करने वाली' टिप्पणी की पाकिस्तान, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और ईरान ने निंदा की है। हालांकि, बीजेपी की कार्रवाई का सऊदी ने स्वागत किया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और दोनों नेताओं ने अपने बयान भी वापस ले लिए हैं।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, सऊदी अरब ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी को "अपमानजनक" बताया और "विश्वासों और धर्मों के लिए सम्मान" का आह्वान किया।
सऊदी अरब से पहले इस मामले में कतर, कुवैत और ईरान ने रविवार को भारतीय दूत को तलब किया था। दोहा में भारतीय दूत को विदेश मंत्रालय ने तलब किया और एक आधिकारिक विरोध पत्र सौंपा जिसमें कहा गया था कि "कतर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है"।
इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान भी आया था कि जिसमें कहा गया कि कि यह टिप्पणियां "कुछ व्यक्तियों" की हैं और यह सरकार का नज़रिया पेश नहीं करती हैं। साथ ही विदेश मंत्रालय ने ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशनके बयान की भी तीखी आलोचना की थी।
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