संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा असहयोग के लिए ईरान की निंदा करने के ठीक बाद यह इजरायली प्रधान मंत्री की दूसरी यूएई यात्रा है। ज्ञात रहे कि 2020 अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के समर्थन से यूएई ने इजरायल के साथ सबंध सामान्य के थे।
इजरायली प्रधान मंत्री की यह यूएई यात्रा औचक थी, उसकी कोई पूर्व घोषणा नहीं की गई थी। इजरायली प्रधान मंत्री कार्यालय ने इस यात्रा को "स्नैप विजिट" के रूप में वर्णित किया है जिसमें "विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों" पर वार्ता की जाएगी।
इज़राइल छोड़ने से पहले बोलते हुए, बेनेट ने ईरान की निंदा करने वाले प्रस्ताव के लिए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की सराहना की, जिसे IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के 30 सदस्यों द्वारा अनुमोदित किया गया था। केवल रूस और चीन ने इस प्रस्ताव के विरुद्ध मतदान किया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने इजरायल और यूएई के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इस समझौते के अनुसार दोनों पक्षों के बीच 95 प्रतिशत से अधिक उत्पादों पर सीमा शुल्क को समाप्त कर दिया गया है।
इजरायल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल दोतरफा व्यापार कुल $900 मिलियन डॉलर था।
यूएई इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य करने वाला पहला खाड़ी देश था और मिस्र और जॉर्डन के बाद ऐसा करने वाला केवल तीसरा अरब देश था।
पिछले महीने सौतेले भाई शेख खलीफा की मृत्यु के बाद राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से गुरुवार को शेख मोहम्मद के साथ बेनेट की पहली मुलाकात होगी।
बेनेट और शेख मोहम्मद पिछले साल दो बार अबू धाबी और मिस्र में मिले थे।
इस यात्रा के घोषित लक्ष्यों में से एक ईरान का शांतिपूर्ण न्यूक्लियर प्रोग्राम है। इजरायल ईरान की परमाणु कार्यक्रम को ऐसे समय में आलोचना करता रहा है कि जब वह स्वंय मध्य पूर्व में एकमात्र परमाणु सम्पन्न शक्ति है, और इस देश ने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर भी हस्ताक्षर नही किया है।