मोर पंख को हमेशा से ही श्रीकृष्ण से जोड़ा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि श्रीकृष्ण को मोर और मोर पंख दोनों ही बहुत ही पसंद हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर मंख को घर में रखने से सुख-समृद्धि का वास होता है।
घर में दक्षिण दिशा में रखें मोर पंख
मोर पंख को कभी भी पैरों के नीचे रख कर नहीं सोना चाहिए। कहते हैं ऐसा करने पर घर में गृह क्लेश भी हो सकता है। बिस्तर के नीचे भी मोरपंख नहीं रहना चाहिए बल्कि आप चाहे तो इसे अपने तकिए के नीचे रख सकते हैं। लेकिन, इस बात का हमेशा ख्याल रहे कि रोजाना अपने तकिए के नीचे सफाई करके ही मोर पंख रखें।
मोर पंख पर न करें किसी और रंग का इस्तेमाल
कई लोग मोर पंख को अपनी आर्ट एंड क्रिएटिविटी के लिए भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन ऐसा करने से मोर पंख सिर्फ डेकोरेटिव यानी सजावटी सामान ही बनकर रह जाता है। इसकी पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाती है। इसीलिए इस पर कभी भी किसी और किसी रंग का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
मोर पंख को किसी को उपहार में न दें
भाग्य और पॉजिटिव एनर्जी से जुड़ी किसी भी चीज को गिफ्ट में देने से बचना चाहिए। आप अगर घर में रखे मोर पंख किसी और को गिफ्ट करते हैं तो इससे आपके घर की पॉजिटिव एनर्जी बाहर चली जाती है और आपके खर्चें भी बढ़ने लगते हैं।
मोर पंख तोड़ना नहीं चाहिए
काफी लोग मोर पंख के लिए मोर को काफी परेशान करते हैं। असल में जब मोर नाचता है या उड़कर कहीं और बैठता है, तो उसका पंख खुद ही नीचे टूटकर गिर जाता है। आप इस तरह से मोर पंख को उठा सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार जब आपको पंख गिरा हुआ मिलता है तो यह आपके लिए खुशखबरी का एक संदेश है मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि यह आपके भाग्य खुलने का एक इशारा है।