यौन शोषण के आरोपों में बीजेपी नेता और कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ कार्यवाही की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवान ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और कॉमनवेल्थ मेडल विजेता विनेश फोगाट का कहना है कि दिल्ली में बारिश की वजह से गीली ज़मीन पर सोना उनके लिए मुश्किल था, इसलिए उनके लिए चारपाईयों का इंतेज़ाम किया जा रहा था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया और उनके साथियों के साथ मारपीट की।
रात क़रीब साढ़े दस बजे घटने वाली इस घटना की जानकारी देते हुए साक्षी मलिक ने आरोप लगायाः पुलिस ने हमारे दो साथियों के सिर फोड़ दिए हैं, हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रह है। पूरे देश की जनता से अपील है कि आप हमारा समर्थन करे, बहन बेटियों की इज़्ज़त दांव पर लगी है।
जंतर मंतर पर पहलवान जहां धरना दे रहे हैं, वहां तक पहुंचने वाले दोनों रास्तों पर पुलिस बैरिकेड्स लगा दिए हैं और धारा 144 लगा दी है।
घटना के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने धरना स्थल तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
रात क़रीब साढ़े बारह बजे हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट ने रोते हुए सवाल कियाः क्या यह दिन देखने के लिए हम देश के लिए मेडल जीतकर लाए थे।
ग़ौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद, महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के ख़िलाफ़ दो एफ़आईआर दर्ज की हैं। जबकि खिलाड़ी उनके इस्तीफ़े और गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हैं।