सोमवार को महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में पारुल चौधरी और प्रीति ने कमाल कर दिया। पारुल ने जहां रजत पदक जीता, जबकि प्रीति ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत के पदक जीतने का दौर जारी है। शूटिंग में भारतीय एथलीट्स के जलवे के बाद अब एथलेटिक्स में भारतीय खिलाड़ी कमाल दिखा रहे हैं। सोमवार को महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में पारुल चौधरी और प्रीति ने कमाल कर दिया।
पारुल ने जहां रजत पदक जीता, जबकि प्रीति ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इन दोनों ने इतिहास भी रच दिया। एशियाई खेलों में पहली बार महिलाओं की तीन हजार मीटर स्टीपलचेज में भारत ने एक साथ दो पदक जीते हैं।
भारत ने महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में पांच पदक जीते
एशियाई खेलों में महिलाओं की तीन हजार मीटर स्टीपलचेज को पहली बार 2010 ग्वांग्झू में शामिल किया गया था। इसके बाद से एशियाड के चार संस्करणों में भारत पांच पदक जीत चुका है। 2010 एशियाड में सुधा सिंह ने स्वर्ण जीता था।
वहीं, 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में ललिता बाबर ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में सुधा सिंह ने रजत पदक अपने नाम किया था। अब 2023 हांगझोऊ एशियाई खेलों में पारुल और प्रीति ने दो पदक जीते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है।