अमेरिकी नेटवर्क सीएनएन ने आज बताया कि गाजा के अल-शफा अस्पताल के तहत हमास सुरंग नेटवर्क की खोज और इजरायली सेना के दावे के सच होने का कोई सबूत नहीं है।
अमेरिकी चैनल सीएनएन ने गाजा के अल-शिफा अस्पताल पर इजरायली सैनिकों के हमले का जिक्र करते हुए कहा है कि अस्पताल के नीचे हमास की सुरंग नेटवर्क होने के इजरायली सेना के दावे का कोई सबूत नहीं मिला है।
इस अमेरिकी नेटवर्क ने रिपोर्ट किया: "इस बात का कोई संकेत नहीं है कि इजरायली बलों को अल-शफा अस्पताल के अंदर भूमिगत कक्षों के साथ हमास की सुरंगों का एक नेटवर्क मिला है।
याद रहे कि अल-शफ़ा अस्पताल को टैंकों से घेरने के बाद इजरायली सेना ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक मानचित् दिखाते हुए दावा किया था कि अस्पताल के नीचे हमास का हेडक्वाटर है और इस अस्पताल के एमरजेंसी रूम से हमास की सुरंगों का एक नेटवर्क पूरे गाजा में फैला हुआ है।
लगभग तीन सप्ताह पहले, एक इजरायली सेना के प्रवक्ता ने वीडियो जारी कर अल-शिफा अस्पताल के नीचे हमास सुरंगों के एक बहु-स्तरीय नेटवर्क के अस्तित्व और सैन्य उद्देश्यों के लिए प्रतिरोध तत्वों द्वारा इसके उपयोग का दावा किया था।
यह भी पढ़ें इजरायल-हमास युद्ध, ज़ायोनी सेना और खुफिया तंत्र को लगने वाले 3 बड़े झटके
अल-मायादीन नेटवर्क ने इस खबर को प्रकाशित करते हुए लिखा: बुधवार की सुबह (कल, 15 नवंबर) इजरायली सैनिकों ने अल-शिफा अस्पताल पर छापा मारा, इसके विभिन्न कमरों की तलाशी ली और अस्पताल के मेडिकल स्टाफ और फिलिस्तीनी शरणार्थियों की तलाशी ली। पूछताछ की और दावा किया कि उन्होंने "अल-शफ़ा अस्पताल के अंदर हमास के अभियानों के लिए हथियार और एक कमांड सेंटर की खोज की।"
हालांकि अब जब पूरी दुनिया के सामने आ गया है कि अल-शफा अस्पताल के नीचे हमास की सुरंग होने का इजरायली दावा एक बेगस और बेबुनियान दावा था तो सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इजरायल का खूब मजाक उड़ाया है।
अपने अभियान के उपलब्धि के तौर पर इजरायल ने मीडिया को दिखाया था कि वहां से एक लैपटॉप मिला है जिसमें एक ऐसी औरत की तस्वीर मिली है जिसे हमास ने कैद किया है। हालांकि बाद में इजरायल का यह दावा भी केवल मखौल साबित हुआ और तब इस शासन की खूब खिल्ली उड़ाई गई जब यह सच सामने आया कि जिस महिला की तस्वीर दिखाई गई थी वह दो दिन पहले अपने फेसबुक पर एकटिव थी और वह कभी भी कैद नहीं हुई और अपने घर पर परिवार वालों के साथ है।