अमेरिका में कैपिटल हिल में हुई हिंसा के समय सहयोगियों और यहां तक कि परिवारवालों और रिपब्लिकन पार्टी के एक कांग्रेसमैन की अपील के बावजूद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न केवल इसे रोकने से इनकार कर दिया था बल्कि उन्होंने ट्विटर पर आक्रामक तरीके से ट्वीट करके 'आग में घी डालने' की भी कोशिश की थी।
इस घटना की जांच कर रही संसदीय समिति की ओर से ये बातें गुरुवार को सामने रखी गईं, इसका टीवी पर प्रसारण भी किया गया।
व्हाइट हाउस के उस समय के कर्मचारियों जांच समिति को बताया कि डोनाल्ड ट्रंप दंगाइयों को वहां से जाने के लिए कहने से हिचक रहे थे और न ही उन्होंने हिंसा की आलोचना ही की।
हाउस कमेटी ने ये बात ज़ोर देकर कही है कि ट्रंप को राष्ट्रपति पद के अपने दायित्वों का निर्वहन न करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
हाउस कमेटी के चेयरमैन बेनी थॉम्पसन ने कहा कि ट्रंप ने 'अराजकता और भ्रष्टाचार के माहौल को लापरवाही' के साथ हवा दी। उन्होंने साल 2020 के अमेरिकी चुनाव के नतीज़ों को पलटने की भी कोशिश की।
मिसीसिपी के कांग्रेसमैन बेनी थॉम्पसन ने कहा कि कैपिटल हिल में जो कुछ भी हुआ था, वो लोकतंत्र पर हमला था और इसकी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।
सोर्स