रिपोर्ट के मुताबिक अदालत के आदेश के बाद पाकिस्तान पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लाहौर में गिरफ्तार किया। खान के वकील ने भी कहा कि उन्हें लाहौर में गिरफ्तार किया गया है।
इमरान खान पर पद पर रहते हुए सरकारी तोहफ़ों को बेचने और उससे होने वाली आय का ब्योरा न देने का आरोप है। हालांकि इमरान खान ने इन आरोपो का खंडन करते हुए ऊपरी अदालत में जाने की बात कही है।
इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में एकमात्र प्रधान मंत्री हैं जिनकी सरकार अविश्वास मत से बाहर हो गई क्योंकि उनके खिलाफ आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई मामले चल रहे हैं।
तोशाखाना पाकिस्तान के कैबिनेट विभाग के नियंत्रण में एक कार्यालय है, जो सरकारी अधिकारियों को दिए गए उपहारों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को रखने के लिए जिम्मेदार है और इसके नियमों के अनुसार, अधिकारियों को इन उपहारों की सूचना कैबिनेट विभाग को देनी होगी।
ऐसा लगता है कि पाकिस्तान पर शासन करने वाली सेना और शाहबाज़ शरीफ़ की संबद्ध सरकार को इमरान खान की निंदा करने का कोई बहाना नहीं मिला और उन्होंने ऐक ऐसा मुद्दा उठाया है जिसे पूर्व के सभी प्रधानमंत्रियों ने अंजाम दिया है। और वे खान को चुनावी मुकाबले से हटाने में कामयाब रहे हैं।