उन्होंने कहा कि इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके तथा पूरे देश को यह पता चल सके कि उद्योगपति गौतम अडानी के पीछे कौन सी शक्ति है।
इस मामले में लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार होने का दावा करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा प्रयास करेंगे कि इस मामले पर संसद में चर्चा न हो।
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत में कटाक्ष करते हुए कहा कि काफी वर्षों से मैं सरकार के बारे में कह रहा हूं कि यह ‘हम दो, हमारे दो’ की सरकार है, सरकार इस मसले पर चर्चा नहीं होने देना चाहती, सरकार डरी हुई है कि कहीं संसद में अडानी जी के बारे में चर्चा न हो जाए, मगर सरकार को चर्चा होने देना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि मोदी जी पूरी कोशिश करेंगे कि संसद में अडानी जी पर चर्चा न हो, इसका कारण आप जानते हैं? पूरी कोशिश होगी कि चर्चा नहीं हो।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं पिछले दो-तीन साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं, मैं चाहता हूं कि चर्चा हो और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए, लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है और हिंदुस्तान के बुनियादी ढांचे पर क़ब्ज़ा किया गया है, अडानी जी के पीछे कौन-सी शक्ति है वो भी देश को पता लगना चाहिए।
ज्ञात रहे कि अमरीका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई है।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए संसद में चर्चा कराने की मांग की है। पार्टी ने ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में या किसी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा कराए जाने की मांग भी की है।
अडानी प्रकरण पर विपक्षी दल लगातार केंद्र को घेरने का प्रयास कर रहे हैं विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि अडानी समूह के शेयरों में हालिया गिरावट एक ‘घोटाला’ है जिसमें आम लोगों का पैसा शामिल है क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय जीवन बीमा निगम "एलआईसी" और भारतीय स्टेट बैंक "एसबीआई" ने उनमें निवेश किया है।