भ्रष्टाचार के आरोप में दर्जनों सऊदी अधिकारी गिरफ्तार
सऊदी सरकार ने सऊदी मंत्रालय के कई कर्मचारियों सहित दर्जनों सऊदी अधिकारियों को रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
Table of Contents (Show / Hide)
![भ्रष्टाचार के आरोप में दर्जनों सऊदी अधिकारी गिरफ्तार](https://cdn.gtn24.com/files/india/posts/2022-08/thumbs/corruption-in-saudi-arabia.webp)
सऊदी अरब के भ्रष्टाचार विरोधी संस्ता "अल-नुज़हा" ने देश के कई मंत्रालयों में रिश्वतखोरी, सरकारी शक्ति और पदों के दुरुपयोग, मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोप में 78 लोगों की गिरफ्तारी की घोषणा की है।
इस संस्था ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर घोषणा की कि पिछले महीने के दौरान उसने 3 हजार 207 निरीक्षण और निगरानी मिशन किए, जिसके दौरान 116 लोगों से पूछताछ की गई 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस सऊदी संस्था ने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया है कि ये कर्मचारी सऊदी अरब के रक्षा, स्वास्थ्य, न्याय, नगर पालिका, ग्रामीण क्षेत्रों और आवास मंत्रालयों से थे।
रिपोर्ट के दूसरे हिस्से में कहा गया है: इन लोगों को रिश्वतखोरी, सत्ता के दुरुपयोग, सरकारी पदों के दुरुपयोग, मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
यह भी पढ़ें
2022 की पहली छमाही में सऊदी अरब में मौत की सज़ा का ग्राफ़ बढ़ा
संस्था ने ने सऊदी नागरिकों से कहा है कि वे सऊदी अरब में सरकारी कर्मचारियों के वित्तीय, प्रशासनिक या सरकारी भ्रष्टाचार के बारे में किसी भी तरह की शिकायत इस संस्थान से करें।
सऊदी भ्रष्टाचार विरोधी संस्था (अल-नुज़हा) ने हाल ही में घोषणा की है कि उसने प्रशासनिक भ्रष्टाचार और सरकारी पदों के दुरुपयोग के आरोप में आंतरिक और रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों सहित 41 सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
सऊदी अरब में तथाकथित भ्रष्टाचार विरोधी संस्था कई वर्षों से बड़ी संख्या में वित्तीय और प्रशासनिक भ्रष्टाचार के संदिग्ध मामलों की जांच कर रही है, और अब तक इस जांच में सैकड़ों कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों को विभिन्न आरोपों में दोषी ठहराया गया है।
सऊदी अरब समय-समय पर अधिकारियों, व्यापारियों और सिविल सेवकों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की घोषणा करता है।
यह भी देखें
सऊदी क्राउन प्रिंस विरोधियों को कैसे चुप कराते हैं?
सऊदी अरब के भ्रष्टाचार विरोधी संस्था ने हाल ही में खुलासा किया कि 2021 में, उसने सऊदी अरब में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए सरकारी अधिकारियों की योग्यता और कर्तव्यों की समीक्षा करने के लिए अपना मिशन शुरू किया है।
इस संगठन की घोषणा के अनुसार, अब तक अल-नुज़हा ने 34,825 निरीक्षण मिशनों का संचालन किया है और प्रशासनिक, सरकारी, आपराधिक और वित्तीय मामलों में 7,648 आरोपियों की जांच की है, और जांच के दौरान 2,460 आरोपियों को मामले को पूरा करने और पूछताछ जारी रखने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
सऊदी अरब में बढ़ते भ्रष्टाचार मामलों के बाद इस देश की सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए एक निगरानी समिति का गठन किया है जिसके बाद सैकड़ों गिरफ्तारियां की गई है और कई मामलों को अदालतों में भेजा गया है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि भ्रष्टाचार के आरोपियों की लिस्ट में शाही परिवार के कई सदस्यों और उच्चाधिकारियों को भी देखा जा सकता है। इस संस्था ने अपनी कार्यवाही के बाद इन राजकुमारों और आधिकारियों पर कार्यवाही करते हुए जुर्माना लगाया है।
सऊदी अरब में भ्रष्टाचार के आरोप में शाही परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी को कई कार्यकर्ता सरकार द्वारा विरोध की आवाज़ के स्वर के दबाने के टूल के तौर पर देखते हैं। उनका कहना है कि बिन सलमान के सत्ता में आने के बाद से शाही परिवार के कई सदस्यों और उच्चाधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है ताकि बिन सलमान के विरोधियों को रास्ते से हटाया जा सके।
सऊदी अरब के राजा "सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़" ने 2016 में एक भ्रष्टाचार विरोधी संस्था के गठन का आदेश दिया, जिसे अल-नुज़हा के नाम से जाना जाता है। इस संस्था का नेतृत्व उनके बेटे "मोहम्मद बिन सलमान" के हाथों में है, और अब तक इस संस्था ने बिन सलमान के कई विरोधियों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सऊदी सरकार अपनी घोषणा में केवल यह ऐलान करती है कि भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तारी हुई है, लेकिन आरोप पत्र में यह नहीं बताया जाता है उन पर क्या आरोप है। इस प्रकार आरोपी के पास अपने बचाव के रास्ते सीमित हो जाते हैं।