सावन का महीना यानि श्रावण मास पर शिव मंदिरों में जलाभिषेक की तैयारियां पूरी हो गई हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन सोमवार (तीन जुलाई) को सभी प्रमुख शिवालयों में पूजन शुरू हो जाएगा। भक्तों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसकी व्यवस्था कर ली गई है। हालांकि सावन को पहला सोमवार 10 जुलाई को है, लेकिन गुरु पूर्णिमा से ही पूजन व जलाभिषेक शुरू हो जाएंगे।
मनकामेश्वर मंदिर
मठ प्रशासक हरिहर पुरी ने बताया कि सोमवार से सावन के जलाभिषेक शुरू हो जाएंगे। सुबह पांच बजे जलाभिषेक व मंगला आरती, सुबह छह बजे रुद्राभिषेक आरती होगी। दोपहर में डेढ़ से ढाई बजे के बीच मध्याह्न पूजा के वक्त लाइव प्रसारण मनकामेश्वर पेज पर देखा जा सकेगा। देश-विदेश के भक्त भी पूजा में जुड़ सकेंगे। शाम को सात बजे श्रावणी पूजा, आरती व प्रसादी होगी।
कैलाश महादेव मंदिर
यहां भी गुरु पूर्णिमा से ही जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। महंत गौरव गिरि ने बताया कि सुबह छह बजे जलाभिषेक होगा। सुबह 7:30 बजे मंगला आरती, नौ बजे पूजा व भंडारा होगा। शाम चार बजे अभिषेक व सात बजे आरती, फूल बंगला के आयोजन होंगे।
बाबा बल्केश्वर महादेव मंदिर
महंत कपिल नागर ने बताया कि रोज की तरह शृंगार होंगे। सुबह सात बजे आरती व शृंगार के बाद भक्त बाबा भोलेनाथ का दर्शन कर सकेंगे। सुबह 10 बजे महाआरती फिर शृंगार होगा। तीन जुलाई से श्रावण मास का पूजन शुरू हो जाएगा।
राजेश्वर महादेव मंदिर
मुख्य पुजारी रुपेश उपाध्याय ने बताया कि सावन के पहले सोमवार 10 जुलाई को मेला लगेगा। श्रावणी पूजन 3 जुलाई से ही शुरू हो जाएगा। भोर चार बजे अभिषेक, शृंगार व 4:30 बजे मंगला आरती, दोपहर 12 बजे अभिषेक, शृंगार और आरती होगी। शाम को छह बजे अभिषेक, शृंगार और आरती होगी।
रावली महादेव मंदिर
महंत अर्चना शर्मा ने बताया कि सुबह से ही सोमवार को अभिषेक होगा। बाबा का शृंगार फिर पांच आरती, भोग होगा। फूल बंगला व लाइटिंग 10 जुलाई को होगी।
कैलाश महादेव मंदिर
यहां भी गुरु पूर्णिमा से ही जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। महंत गौरव गिरि ने बताया कि सुबह छह बजे जलाभिषेक होगा। सुबह 7:30 बजे मंगला आरती, नौ बजे पूजा व भंडारा होगा। शाम चार बजे अभिषेक व सात बजे आरती, फूल बंगला के आयोजन होंगे।