नरोदा ग्राम नरसंहार मामले पर कोर्ट के फ़ैसले को लेकर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने गहरा दुख जताते हुए कहाः क़ानून के शासन का जश्न मनाएं या इसके ख़ात्मे पर निराश हों।
दो दशक से भी ज़्यादा समय के बाद गुजरात की एक अदालत ने नरोदा नरसंहार के मामले में सभी 67 अभियुक्तों को बरी कर दिया है। इनमें गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी और बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी भी शामिल हैं।
बाबू बजरंगी एक वीडियो फ़ुटेज में ख़ुद ही मुसलमानों की हत्याओं की बात स्वीकार कर चुके हैं, इसके बावजूद सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया।
गुरुवार को अहमदाबाद की स्पेशल अदालत ने नरोदा गांव नरसंहार मामले में सभी 68 अभियुक्तों को बरी करने का फ़ैसला सुनाया था।
नरोदा गांव का मामला उन 9 मामलों में से एक है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने विशेष जांच दल को जांच का आदेश दिया था। इस मामले की सुनवाई 14 साल पहले जुलाई 2009 में शुरू हुई थी।