इस मुलाक़ात का वीडियो सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए लाखों क्रिकेट प्रेमियों तक पहुंचा है। क्रिकेट के मैदान में आपसी प्रतिद्वंद्वी होने के बाद भी यह मुलाक़ात बताती है कि बेमिसाल क्रिकेटर का विरोधी भी कितना सम्मान करते हैं।
ख़ैर, मैच के साथ-साथ शनिवार को कैरिबियाई दर्शकों के बीच विराट कोहली और जोशुआ की मां के उस वायरल वीडियो का ही ज़िक्र होता रहा. कोहली से मिलने के बाद अब जोशुआ की मां विराट कोहली की पत्नी से भी मिलने की हसरत रखती हैं।
जब टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच से हमने उस वीडियो के बारे में चर्चा की तो उन्होंने कहा कि ये दिखाता है किस तरह से 'कोहली ना सिर्फ भारतीय क्रिकेट बल्कि हर किसी के लिए लिए काफी डिमांड में रहने वाले खिलाड़ी हैं।
वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान जेसन होल्डर ने भी हमें बताया कि दोनों मुल्कों के बीच आपसी रिश्ते बहुत अच्छे हैं।
वहीं कोहली और उनकी लोकप्रियता की बात पर होल्डर का कहना है कि कोहली की बात ही अलग है. कोहली की एक झलक देखने के लिए कैरेबियाई दर्शकों में भी भारतीयों जैसा ही जूनन है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो मैदान के बाहर कोहली के बाद कोई भी खिलाड़ी ना तो इतना लोकप्रिय है और ना ही उनसे फोटोग्राफ़ लेने का जुनून दिखता है।
ख़ैर, टीम इंडिया के लिए शनिवार का दिन किसी भी तरह से दुनिया की नंबर एक टीम जैसा नहीं रहा। ये ठीक है कि मेज़बान कैरेबियाई टीम ने बेहद सुस्त अंदाज़ में पूरे दिन में सिर्फ़ 143 रन रन बनाये जबकि बारिश से खेल बाधित होने के बावजूद 67 ओवर के दौरान उनका रन रेट किसी तरह से दो रन प्रति ओवर से ज़्यादा गया।
लंच के सत्र के बाद तो प्रेस बॉक्स में वेस्टइंडीज़ ने हमें भी कुछ देर के लिए झपकी लेने को मजबूर कर दिया और आखिर ऐसा हो भी क्यों ना हो।
इंग्लैंड के लोकप्रिय बेजबॉल वाले दौर में दिन के दौरान एक ऐसा दौर भी रहा जब वेस्टइंडीज़ ने 34.2 ओवरों में महज 57 रन जोड़े और इस दौरान उनका रन-रेट कछुए की चाल से 1.7 का रहा।
इस टेस्ट मैच में फिलहाल तीसरे दिन के बाद से ही नतीजा निकलने की संभावना कम दिख रही है क्योंकि बारिश के चलते शनिवार को 23 ओवर का नुकसान हुआ और अगले दो दिन यहां फिर से बारिश की संभावना है।
इतना ही नहीं टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच के मुताबिक डोमिनिका के मुक़ाबले इस पिच में काफ़ी अंतर है जहां पर गेंदबाज़ों के लिए ज़रा भी मदद नहीं है। लेकिन, म्हाम्ब्रे ने उम्मीद जतायी है कि चौथे दिन के पहले सत्र का पहला घंटा इस टेस्ट की दिशा तय कर सकता है।