उन्होंने आर्थिक विषमता बढ़ने और धर्म, जाति और भाषा के आधार पर ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार की आलोचना की। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रमेश ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस से अक्सर पूछा जाता है कि जब देश को कोई तोड़ नहीं रहा तो भारत जोड़ो यात्रा क्यों निकाली जा रही है।
उन्होंने कहा कि मैं यह साफ तौर से कहना चाहता हूं कि देश के टूटने का स्पष्ट खतरा है। मोदी सरकार की नीतियों और मंशा के कारण भारत के टूटने की आशंका बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक विषमता बढ़ रही है, मुद्रास्फीति, बेरोजगारी, गलत तरह से जीएसटी लगाना, सत्ता का केंद्रीकरण, अर्थव्यस्था पर एक या दो पूंजीपतियों के नियंत्रण से आर्थिक विषमता बढ़ रही है और इसके कारण भारत के टूटने की आशंका भी बढ़ रही है।
भारत जोड़ो यात्रा' अब हरियाणा पहुंच चुकी है और जयराम रमेश इस दौरान राहुल गांधी के साथ थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की विचारधारा हमेशा से विभाजनकारी रही है और उनके लिए सामाजिक ध्रुवीकरण चुनाव जीतने की रणनीति रही है।
इसी प्रकार रमेश ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार संवैधानिक संस्थानों को कमजोर कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक तानाशाही अब एक वास्तविकता बन चुकी है और संविधान को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और सरकार एवं न्यायपालिका के बीच तनाव पैदा किया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यात्रा का वर्ष 2023 और 2024 के चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने ऐलान किया था कि यह ‘चुनाव जीतो' या ‘चुनाव जिताओ' यात्रा नहीं है। हरियाणा की भाजपा-जजपा (जननायक जनता पार्टी) सरकार पर हमला बालते हुए रमेश ने कहा कि बुधवार सुबह नूंह में जहां से यात्रा शुरू हुई, वहां से 14 किलोमीटर तक की सड़क पर 350 से अधिक गड्ढे थे।
उन्होंने कहा कि मैंने यहां सड़कों की जितनी खराब स्थिति देखी, वैसी किसी अन्य राज्य में नहीं देखी। राज्य में भाजपा आठ साल से सत्ता में है और आज हम सड़कों पर नहीं, गड्ढों पर चले।
उन्होने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है, लेकिन कोई अनुशासन नहीं तोड़ता जिस पर उन्हें गर्व है।