भारतीय अधिकारियों ने बताया कि तीन देशों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 40 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की संभावना है। उन्होंने बताया कि वह शिखर सम्मेलनों में विश्व के दो दर्जन से अधिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें द्विपक्षीय बैठकें भी शामिल हैं।
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 19 मई की सुबह अपनी यात्रा के पहले चरण के लिए जापान के शहर हिरोशिमा के लिए रवाना होंगे, जहां वह दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के न्योते पर जापान जा रहे हैं। जापान, जी-7 ग्रुप के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में इसके शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा है।
क्वात्रा ने बताया कि जापान के हिरोशिमा में इसी सप्ताह क्वाड ग्रुप के नेताओं की बैठक होने की संभावना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज हिस्सा लेंगे, हालांकि, अमेरिका में उत्पन्न आर्थिक संकट का समाधान करने के लिए बाइडन के अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा स्थगित करने के बाद सिडनी में प्रस्तावित क्वाड देशों के नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई है।
भारत के विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर जापान के प्रधानमंत्री और कुछ अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
उल्लेखनीय है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पापुआ न्यू गिनी की यह पहली यात्रा होगी। विदेश सचिव ने बताया कि अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण में मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 से 24 मई तक सिडनी जायेंगे।