दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों को जंतर-मंतर से हटाया गया
जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस की भारी मौजूदगी है और मीडियाकर्मियों को भी धरना स्थल तक नहीं जाने दिया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल से पहलवाने के टेंट और गद्दों को भी हटा दिया है और यहां भारी बैरिकेडिंग की है।
Table of Contents (Show / Hide)
![दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों को जंतर-मंतर से हटाया गया](https://cdn.gtn24.com/files/india/posts/2023-05/1685279984_janter.webp)
दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे ओलंपिक मेडल विजेता पहलवानों समेत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर अलग-अलग स्थानों पर रखा है।
जंतर-मंतर पर जिस समय ये कार्रवाई चल रही थी लगभग उसी समय यहां से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नव-निर्मित संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे।
महिला पहलवानों ने अपने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की अपील की थी। लेकिन प्रधानमंत्री या भारत सरकार के किसी मंत्री ने अभी इस विषय पर कुछ नहीं कहा है।
यह भी पढ़े : यौन शोषण के ख़िलाफ़ धरने पर बैठे पहलवानों का ओलंपिक का ख़्वाब दांव पर
अलग-अलग जगहों पर भेजे गए हिरासत में लिए गए पहलवान
पुलिस टीमें हिरासत में लेने के बाद पहलवानों और प्रदर्शनकारियों को अलग-अलग थानों में लेकर गई हैं।
दिल्ली के वसंत कुंज थाने में भी कई प्रदर्शनकारियों को लाया गया है. मेरठ से आई एक महिला गीता चौधरी ने कहा, “मेरठ से हम पांच छह महिलाएं शनिवार रात आठ बजे जंतर मंतर पर पहलवानों का साथ देने के लिए आई थीं. पुलिस मेरे बाकी साथियों को अलग अलग थाने में लेकर गई है।
उन्होंने कहा, “पुलिस ने आज जो किया वो गलत है। हमें घसीटा गया। मोदी सरकार तानाशाही कर रही है, जब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक घर वापस नहीं जाएंगे।
पुलिस ने इस थाने में करीब बीस औरतों और करीब 50 आदमियों को हिरासत में रखा हुआ है। जब तक हमारे खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलेगा हम धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। हमारे साथियों को अलग अलग थानों में पुलिस ने रखा हुआ है। जंतर मंतर पर आज सरकार ने बेटियों के साथ जो सलूक किया है उसे याद रखा जाएगा।
इससे पहले एक ट्वीट करके साक्षी मलिक ने बताया, “सभी पहलवानों और बुजुर्गों माताओं को हिरासत में लेने के बाद अब पुलिस ने जंतर मंतर पर हमारा मोर्चा उखाड़ना शुरू कर दिया है. हमारा सामान उठाया जा रहा है. ये कैसी गुंडागर्दी है?”
साक्षी मलिक ने ट्विटर पर पहलवानों से बदसलूकी का एक वीडियो भी शेयर किया है। इस पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, "देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद ग़लत एवं निंदनीय।
महिला पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस इन आरोपों की जांच कर रही है। बृजभूषण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, “हमारे लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है। हरियाणा में, दिल्ली में हमारे लोगों को पकड़ा गया है।
एक और ट्वीट में साक्षी मलिक ने कहा, “ये भारतीय खेलों के लिए दुखद दिन है. यौन शोषण करने वाला गुंडा बृजभूषण आज संसद में बैठा है और हमें सड़क पर घसीटा जा रहा है।
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहीं महिला पहलवानों ने रविवार को दिल्ली में महिला महापंचायत करने का आह्वान किया था। रविवार को ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन का उद्घाटन किया है।
पहलवानों के आह्वान की वजह से दिल्ली में सुरक्षा के सख़्त इंतज़ाम किया गया और दिल्ली की तरफ़ आने वाले रास्तों की नाकेबंदी कर दी गई।