सऊदी प्रिंस ने कहा, “भारतीय समुदाय ने सऊदी अरब की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभाई है। आज सऊदी अरब की कुल आबादी में सात प्रतिशत भारतीय नागरिक हैं। हम भारतीय समुदाय को अपने मुल्क के हिस्से के रूप में देखते हैं और हम उनका ऐसे ही ध्यान रखते हैं, जैसे अपने नागरिकों का हम इस परिषद के ज़रिये भारत और सऊदी अरब के लोगों की महत्वकांक्षाओं को पूरा करने की उम्मीद करते हैं।
सऊदी प्रिंस ने ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय अधिकारियों के साथ सोमवार को हुई भारत-सऊदी अरब सहयोग परिषद की बैठक के दौरान कहीं।
इस परिषद को भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक संबंधों को मज़बूत करने और सहयोग को बढ़ावा देने के मक़सद से स्थापित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सऊदी अरब के साथ संबंधों को महत्व देते हैं। और उनका मानना है कि क्षेत्र में स्थिरता और शांति के लिए भारत और सऊदी अरब के बीच संबंधों का बेहतर होना ज़रूरी है।
वहीं सऊदी प्रिंस से मुलाक़ात के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हिज़ रॉयल हाइनेस प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद और मैंने बेहद कामयाब वार्ता की हमने अपने व्यापार संबंधों की समीक्षा की और हमें विश्वास है कि आने वाले समय में हमारे आर्थिक संबंध और मज़बूत होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ग्रिड कनेक्टिविटी, अक्षय ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, सेमिकंडक्टर और सप्लाई चेन में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। अक्टूबर 2019 में पीएम मोदी सऊदी अरब के दौरे पर गए थे तो उन्होंने भी वहाँ काम करने वाले भारतीयों के बारे में कई बातें कही थीं।
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पीएम मोदी ने कहा था, ''लगभग 26 लाख भारतीयों ने सऊदी अरब को अपना दूसरा घर बनाया है। यहाँ की प्रगति में ये भी अपना योगदान दे रहे हैं। बड़ी संख्या में भारतीय हर साल हज यात्रा पर और कारोबार को लेकर यहाँ आते हैं। मेरा इनके लिए संदेश है कि आपने सऊदी में जो जगह बनाई है, उस पर भारत को गर्व है।
''इनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण सऊदी में भारत का सम्मान बढ़ा है और इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मज़बूत होने में मदद मिली है। हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि सऊदी से आपका संबंध इसी तरह आगे बढ़ता रहेगा।
दोनों देशों के बीच हुए लगभग 50 समझौते
सऊदी अरब के डिप्टी मंत्री ने बताया कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान लगभग 50 समझौते हुए हैं। इनमें निजी क्षेत्रों और सार्वजनिक उपक्रमों के बीच हुए समझौते भी शामिल हैं। बद्र अल बद्र ने कहा, “सऊदी अरब और भारत की साझेदारी पारस्परिक हित वाले हैं. आपकी मांग हमारी आपूर्ति है और हमारी मांग आपकी आपूर्ती है।
भारत और सऊदी अरब के बीच कारोबार भी तेज़ी से बढ़ रहा है। भारत का सऊदी अरब के लिए निर्यात साल 2018 में 5.6 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2022 में 10.7 अरब डॉलर हो गया है।
डिप्टी मंत्री ने बतया कि सऊदी अरब के भारत के लिए निर्यात में भी उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है। 2018 में यह 26 अरब डॉलर था जो 2022 में बढ़कर 42 अरब डॉलर हो गया है।