नेतनयाहू को सीने में दर्द उठा, जिसके बाद उन्हें अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस्राईल में पहली नवम्बर को आम चुनाव के लिए मतदान होगा, यह पिछले साल में पांचवा आम चुनाव होगा। इस चुनाव से भी नेतनयाहू काफ़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं और वह यायिर लेपिड को सत्ता से हटाकर ख़ुद प्रधान मंत्री बनने का प्रयास कर रहे हैं।
72 वर्षीय पूर्व ज़ायोनी प्रधान मंत्री अपनी कट्टरपंथी नीतियों के लिए जाने जाते हैं।
नेतनयाहू पर उनके शासनकाल में सत्ता का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे हैं।
इस्राईल के पूर्व वित्त मंत्री एविगडोर लिबरमैन ने उन्हें इंसानियत का कूड़ेदान बताते हुए कहा था कि वह सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।