फिलिस्तीनियों को वहां से हटने के लिए मजबूर करने के लिए इजरायली युद्धक विमानों ने जानबूझकर गाजा के कुद्स अस्पताल को निशाना बनाया है। यह अस्पताल जो आप वीडियो में देख रहे हैं जो वर्तमान में हजारों विस्थापितों और घायलों का निवास स्थान है, क़ुद्स अस्पताल के अंदर है, जिस पर इजरायल ने बमबारी की धमकी दी थी। ज़ायोनी शासन ने बार-बार इस अस्पताल के निदेशक को तुरंत अस्पताल खाली करने की धमकी दी है।
इजरायली सेना द्वारा जारी फिलिस्तियों के जनसंहार पर हमास ने कहा हैः हम कुद्स अस्पताल में कब्जाधारियों द्वारा नए नरसंहार के खिलाफ चेतावनी देते हैं और दुनिया को इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।
इजरायल द्वारा जारी नरसंहार पर अभी हाल ही में दुनिया भर की 298 प्रसिद्ध हस्तियों ने यूनाइटेड नेशन के महासचिव को एक ओपेन पत्र लिखकर इसके प्रति चेताया था, और मांग की थी कि यूनाइटेड नेशन अपनी जिम्मेदारी को पूरा करते हुए तुरंत इस नस्लीय सफाये को रोके।
इस पत्र में उन्होंने गाजा की स्थिति का विवरण देते हुए लिखा थाः
खुद संयुक्त राष्ट्र कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के मुताबिक गाजा में कोई सुरक्षित जगह नहीं है। गाजा पूरी तरह से घेराबंदी और लगातार बमबारी के अधीन है। अस्पतालों में घायलों और मृत्कों की बाढ़ आ गई है, चिकित्सा आपूर्ति कम है, इज़राइल द्वारा बिजली और पानी काट दिया गया है, और घेराबंदी के कारण खाद्य आपूर्ति कम हो रही है। गाजा में मानवीय स्थिति नागरिकों के लिए निराशाजनक है।
संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कहा है कि 23 लाख लोगों के सामने भोजन, पानी, ईंधन व दवा समेत इलाज का भीषण संकट है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा, गाजा पट्टी में एक-तिहाई अस्पताल बढ़ते बोझ के बीच काम नहीं कर रहे हैं। यहां दो-तिहाई क्लीनिक बंद हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा, क्षेत्र में बड़ी तादाद में मानवीय मदद बेहद जरूरी है।
गाजा पट्टी पर जारी इजरायली बमबारी में अब तक 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 70 प्रतिशत से अधिक बच्चे और महिलाएं हैं। इस समय गाजा पट्टी में इनटरनेट की सुविधाएं काट दी गई है, और इजरायल जो अपराध वहां अंजाम दे रहा है उसकी खबरें बाहर नहीं आ पा रही हैं।