शनिवार को लेबनान के हिजबुल्लाह के महासचिव ने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण रणनीतियों पर जोर दिया और कई संदेश दिए;
इन रणनीतियों और संदेशों में से एक इजरायल के साथ युद्ध में हमास की जीत और गाजा के लोगों के नरसंहार की समाप्ति थी। सैयद हसन नसरल्लाह ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने क्षेत्र में अमेरिकी बेड़े का सामना करने के लिए आवश्यक तैयारी कर ली है और उनके पास इस बेड़े को भेदने के लिए ज़रूरी संसाधन और हथियार तैयार हैं।
न्होंने अपने भाषण में कहा कि गाजा के लोगों के खिलाफ ज़ायोनी शासन की आसमान से जारी बमबारी में संयुक्त राज्य अमेरिका की भागीदारी है और अमेरिका के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप और व्हाइट हाउस की बिना शर्त और असीमित समर्थन को ध्यान में रखते हुए ज़ायोनी शासन गाजा में नरसंहार जारी रखे हुए हैं।
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इस अपराध और जनसंहार में अमेरिका की बराबर की भागीदारी के कारण ही ज़ायोनी शासन के गाजा पर हमले शुरू होने के साथ ही क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर प्रतिरोधी बलों के हमले शुरू हो गए थे।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी पक्ष लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि युद्ध का विस्तार नहीं होना चाहिए। अमेरिकी पक्ष का इस बात पर लगातार जोर देने का कारण यह है कि उनको डर है कि अगर युद्ध गाजा के क्षेत्र से आगे बढ़ता है तो क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर हमलों में भी बढ़ोतरी होगी।
पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिकी ठिकानों पर कई अभूतपूर्व हमले हुए हैं, लेकिन अमेरिकियों ने इन हमलों को सहन किया है और बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, इसका कारण यह है कि उनको डर है कि अगर वह जवाबी कार्यवाही करते हैं तो हमले और बढ़ जाएंगे।