अरब देशों के 5 नए जिहादी समूह जो हैं इजराइल के नया लिए खतरा
गाजा के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता और सरकारों द्वारा फिलिस्तीनी लोगों के लिए समर्थन की कमी के एक महीने से अधिक समय बाद, 5 अरब देशों के नए जिहादी समूहों ने अपनी उपस्थिति की घोषणा की, जिनमें से 3 फारस की खाड़ी के 3 दूसरे देशों के हैं।
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इस समूहों के बारे में आइए कुछ अहम सवालों जैसे इन समूहों के पीछे कौन हैं? इनका गठन कैसे हुआ? और उनसे इज़राइल के लिए क्या ख़तरे हो सकते हैं? के जवाब तलाशने की कोशिश करते हैं
कई अरब देशों में नए जिहादी समूहों का उदय हुआ जिन्होंने फिलिस्तीन के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र और जॉर्डन में अपनी उपस्थिति की घोषणा करने वाले ये समूह ज़ायोनी शासन का विरोध करना और एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य बनाना चाहते हैं।
उन्होंने आर्थिक केंद्रों से लेकर दूतावासों तक, क्षेत्र में सभी इजरायली हितों को निशाना बनाने की भी धमकी दी।
ये जिहादी समूह हैं:
सऊदी अरब का अंसार अल-सुन्नत युवा समूह
सऊदी अरब में अंसार अल-सुन्नत युवा समूह को सलाफ़ी समूहों में से एक माना जाता है जिसने अपने अस्तित्व की घोषणा के बाद से इस देश के सोशल मीडिया नेटवर्क पर बड़ा समर्थन प्राप्त किया है। इस समूह ने घोषणा की है कि वह फ़िलिस्तीन की मदद के लिए कुछ भी करना बंद नहीं करेगा, भले ही इसके लिए सऊदी सरकार के कार्यों का विरोध करना और उसके ख़िलाफ़ खड़ा होना पड़े, जो फ़िलिस्तीन के पक्ष में नहीं है।
सऊदी अरब की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां इस समूह की पहचान करने और स्थिति के नियंत्रण से बाहर होने से पहले इसके सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही हैं।
حنا شباب أنصار السنة، أقسمنا من أجل حرية القدس، حنا ضد العدو المحتل وأعوانه، ولن نتوقف حتى يتم طرد المحتل. وتأكدوا أن الله معنا وأن المجاهدين وأنصار السنة هم الغالبون باذن الله...#طوفان_الأقصى #غزة_تستغيث #Israel #حمايه_اجتماعيه #اليابان #بكم_كل #مستشفى_المعمداني #غزة_تُباد pic.twitter.com/oE95gNGhHZ
— شَبَاب أَنْصارالسُّنَّةِ في الجزِيرَةِ العَرَبِيّة (@ansar_alsunnah1) October 22, 2023
फिलिस्तीन समर्थक आंदोलन - यूएई
नए जिहादियों का दूसरा समूह "फिलिस्तीन समर्थक आंदोलन" है, जिसने निम्नलिखित बयान प्रकाशित करके अपने अस्तित्व की घोषणा की:
"हम, संयुक्त अरब अमीरात में युवा अरब मुसलमानों का एक समूह, फिलिस्तीन गाजा के गौरवशाली लोगों को कभी नहीं भूलेंगे।"
बयान में कहा गया है: "हम फिलिस्तीन समर्थक आंदोलन के गठन की घोषणा करते हैं जिसका उद्देश्य इजरायल के हितों पर हमला करना है। हम इजरायली दूतावास और उसके नापाक राजदूत और इस आपराधिक शासन से संबद्ध यहूदी कंपनियों और होटलों, रिसॉर्ट्स और रेस्तरां की निगरानी करते रहेंगे और इजरायली यहूदियों को अपने देशों की जमीन पर सुरक्षित नहीं रहने देंगे।”
بيان هام من حركة حماة فلسطین للشعب الإماراتي العزيز و لأعداء العرب والمسلمين من الصهاينه الإسرائيليين في دار زايد الخير .#فلسطين_الان#الامارات#طرد_الصهاينه_من_الامارات#غزة_تستغيث #IsraelTerorrist pic.twitter.com/jwVQS2Qxvi
— حرکة حماة فلسطین (@UAE_4_Palestine) October 21, 2023
इस बयान के दूसरे हिस्से में कहा गया है: "हम दिवंगत शेख जायद, उनके पिता और शेख के रास्ते पर चलते हैं, जो ज़ायोनीवादियों से नफरत करते थे और कहते थे: इज़राइल का लोकतंत्र वह है जो महिलाओं और बच्चों को मारता है, अगर लोकतंत्र इसी का नाम है तो इसे समुद्र में फेंक देना चाहिए।"
बयान में आगे कहा गया है: "हम, फ़िलिस्तीन के समर्थकों का आंदोलन, हमारे दिवंगत शेख राहेल के मार्ग पर चलते हुए एलान करते हैं कि हम इज़राइल के हितों को समुद्र में फेंक देंगे।"
इसके अलावा, आंदोलन ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उसने धमकी दी है कि वह देश में इजरायल के हितों को निशाना बनाएगा।
खोलेफा राशीदीन और शबाब मुजाहिदीन आंदोलन- बहरीन
खोलेफा राशीदीन आंदोलन और मुजाहिद युवा आंदोलन दो जिहादी इस्लामी आंदोलन हैं जिन्होंने घोषणा की है कि उनका लक्ष्य इस्लामी दुनिया से आक्रामक अमेरिकियों और इजरायलियों की उपस्थिति को साफ करना और फिलिस्तीनी राष्ट्र की मदद करना है।
खोलेफा राशेदीन समूह का ट्वीटर लिंक हालांकि यह एकाउन पर सस्पेंड कर दिया गया है
और शबाब मुजाहिद यूथ मूवमेंट ने एक बयान प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है: "फिलिस्तीन और गाजा में हमारे लोगों के खिलाफ लगातार आक्रामकता और हत्याओं और निर्दोष लोगों की हत्या के संबंध में, हम अमेरिकी सरकार को इन अपराधों के लिए जिम्मेदार मानते हैं और ऐलान करते हैं कि यह अपराध अमेरिकी हरी झंडी के साथ इजरायल द्वारा अंजाम दिए जा रहे हैं।"
इस बयान में कहा गया है: "हम शबाब मुजाहिद युवा संगठन की स्थापना की घोषणा करते हैं और उस पर जोर देते हैं, यह संगठन शेख शहीद अहमद यासीन के मार्ग को जारी रखेगा और इसका लक्ष्य हमारे प्यारे देश बहरीन और में अमेरिका और इज़राइल के हितों को लक्षित करना होगा। और हम अपने देश में इजरायल के मनहूस दूतावास अमाली बंदरगाह को निशाना बनाएंगे।"
نصر من الله وفتح قريب
— منظمة الشباب المجاهدين (@ShababMojahedin) October 26, 2023
سنضرب #السفارة_الإسرائيلية في مملكة #البحرين
ونهدي العملية لروح شيخ المجاهدين الشيخ الشهيد احمد ياسين#غزة_العزة #كتائب_القسام #فلسطين_حرة #فلسطين_قضيتنا #Palestine #IsraeliNewNazism #IsraelPalestineWar #Israel #Gaza_Genocide #Gazabombing #السعوديه_خط_احمر pic.twitter.com/5qpVURkJF4
सलाहुद्दीन अयूबी सेना- जॉर्डन
इस समूह ने जॉर्डन में अपने अस्तित्व की घोषणा की और इसके बयान में कहा गया है: "गाजा में हमारे लोगों के नरसंहार और अरब सरकारों की चुप्पी के बाद, किसी भी तरह से मुसलमानों की रक्षा करना अनिवार्य है, इसी कारण से सलाहुद्दीन अय्यूबी सेना का गठन किया गया है। हमारा लक्ष्य अमेरिका और इजरायल के हितों को निशाना बनाना है, और हम जोर देते हैं, अब से, अमेरिकी और इजरायल हमारे देश में सुरक्षित नहीं हैं, हम उन पर नजर रखेंगे और सही समय पर उन्हें अपना निशाना बनाएंगे।"
इस बयान में कहा गया है: "हम अपने वीर राष्ट्र से अनुरोध करते हैं कि जहां भी उन्हें ज़ायोनी मिलें, उनके पैरों तले ज़मीन खिसका दें।"
इस समूह का ट्वीटर लिंक
मिस्र का जिहादी आंदोलन - मिस्र
पांचवां जिहादी समूह "मिस्र जिहादी आंदोलन" है, जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, इसने मिस्र में अपने अस्तित्व की घोषणा की।
इस समूह के बयान में कहा गया है: "इस्लाम धर्म और अल-अक्सा और फिलिस्तीन के शहीदों के आह्वान के जवाब में, मिस्र में युवा नायकों ने ज़ायोनी और अमेरिकी गढ़ों को नष्ट करने और मिस्र में उनके हितों को निशाना बनाने के लिए मिस्र जिहाद आंदोलन का गठन किया है।"
ندعوا الابطال المصريين بالمساهمة في هذه الحركة الجهادية بكل ما يستطيعون لقلع الارهاب الامريكي و الصهيوني من جذوره باذن الله #غزة_العزة #مصر_خط_احمر #عاجل_فلسطين #طوفان_الأقصى #كتائب_القسام #السيسي_الصهيوني_لا_يمثلني#الدولار#الحرب_العالميه_الثالثه pic.twitter.com/eeHvRImZNt
— حركة الجهاد المصرية (@aljihad_23) October 26, 2023
यह बयान मिस्र के वीर लोगों से अमेरिकी और ज़ायोनी आतंकवाद को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास के साथ इस आंदोलन में शामिल होने के लिए कहता है।
जैसा कि उनके बयानों में भी कहा गया है, इन सभी 5 जिहादी समूहों की समानता फिलिस्तीनियों की मदद करने के लिए क्षेत्र में ज़ायोनी शासन और संयुक्त राज्य अमेरिका के हितों को लक्षित करना है।
नए जिहादी समूहों के उदय के कारण
इजरायल द्वारा फ़िलिस्तीनी भूमि पर लगातार कब्ज़ा और फ़िलिस्तीनी लोगों की पीड़ा, शांति प्राप्त करने और फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों की गारंटी के लिए राजनीतिक प्रयासों की विफलता, और गाजा में जो हो रहा है उसके खिलाफ दुनिया की चुप्पी, वह अहम कारण हैं जिन्होंने इस समूहों का स्थापना में मुख्य भूमिका निभाई है।
नए जिहादी समूहों न केवल क्षेत्र में अमेरिका और इजरायल को हितों के लिए खतरा हैं बल्कि आने वाले समय में उन अरब देशों की सरकारों के लिए जिन्होंने इजरायल के साथ संबंध समान्य बनाए हैं या बनाने जा रहे हैं के लिए भी खतरा होंगे।