शाहबाज पाकिस्तान के 24वें पीएम हैं। वे 3 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री चुने गए थे। उन्हें 201 सांसदों का साथ मिला था। शहबाज शरीफ बेशक 5 साल के लिए वज़ीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) चुने गए हैं, लेकिन उनके पास बहुमत न होने की वजह से उनकी सरकार बहुत मज़बूत नहीं होगी।
इस दौरान शहबाज शरीफ के बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif), पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज, तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी मौजूद रहे। हालांकि, शहबाज शरीफ की कैबिनेट का ऐलान बाद में किया जाएगा।
शाहबाज पाकिस्तान के 24वें पीएम हैं। वे 3 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री चुने गए थे। उन्हें 201 सांसदों का साथ मिला था। शहबाज शरीफ बेशक 5 साल के लिए वज़ीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) चुने गए हैं, लेकिन उनके पास बहुमत न होने की वजह से उनकी सरकार बहुत मज़बूत नहीं होगी।
मज़बूत विपक्ष का करना होगा सामना
पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। मुद्रा स्फीति 25 से 30 प्रतिशत तक हो गया है। जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है। आतंकवाद की चुनौती भी गहरी होती जा रही है।
इन सबके बीच एक मज़बूत विपक्ष शहबाज शरीफ के सामने है। जेल में बंद इमरान खान की पार्टी PTI के समर्थन वाले सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के पीएम उम्मीदवार उमर अयूब को नेशनल असेंबली में 92 वोट मिले। वो हार गए, लेकिन विपक्ष शाहबाज़ शरीफ को चौतरफ़ा घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
इमरान खान के जेल में रहते हुए भी जिस तरह से पीटीआई ने बड़ी कामयाबी हासिल की, उससे पाकिस्तान में उनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। पीटीआई ने चुनाव में धांधली के भी आरोप लगाए। ये भी कहा जा रहा है कि अगर धांधली नहीं होती, तो इमरान खान की पार्टी की सरकार बनती।
इमरान खान की सरकार गिरने के बाद पहली दफा बने थे पीएम
इससे पहले साल 2022 में इमरान खान की सरकार गिरने के बाद शाहबाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने 12 अप्रैल 2022 को पीएम पद की शपथ ली थी। वो अगस्त 2023 तक पाकिस्तान के पीएम रहे थे। फिर आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग कर दी गई थी। जिसके बाद केयरटेकर सरकार आई।