चीन में बड़ी संख्या में बड़ी प्रौद्योगिकी परियोजनाएं चल रही हैं। यह देश एक 15 वर्षीय योजना है चला रहा है जिसे 15 वर्षीय साइंस एवं टेक्नॉलॉजी प्रोग्राम 2035 कहा जाता है। इस योजना में चीन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में वैश्विक नेता माना जाना चाहिए। जिसका तरफ़ इलान मास्क ने भी उल्लेख किया है। उनका कहना है कि प्रौद्योगिकी और AI में चीन की की प्रगति का भविष्य में अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा और बुरा प्रभाव हो सकता है।
कुछ साल पहले तक, Google, Facebook और Amazon जैसी प्रमुख कंपनियों के अधिकारी चीनी कंपनियों को हीन समझते थे, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि आज सब कुछ बदल गया है।
बहुत से लोग मानते हैं कि भविष्य का युद्ध अनिवार्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगा।
अमरीका के पूर्व रक्षा सचिव मार्क स्पीयर ने हाल ही में एआई पर एक राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के सम्मेलन में कहाः " आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति भविष्य में युद्धों के आकार को बदल सकती है, और जो देश AI का अच्छी तरह से उपयोग कर सकेगा वह आने वाले कई वर्षों के लिए विजयी माना जा सकता है,"