प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर एक ब्लॉग शेयर किया था, जिसमें उन्होंने अब्बास नाम के एक शख़्स का ज़िक्र किया था।
"दोस्त की असमय मृत्यु के बाद पिताजी अब्बास को हमारे घर ही ले आए थे। एक तरह से अब्बास हमारे घर में ही रहकर पढ़ा। हम सभी बच्चों की तरह मां अब्बास की भी बहुत देखभाल करती थीं। ईद पर मां, अब्बास के लिए उसकी पसंद के पकवान बनाती थीं। त्योहारों के समय आसपास के कुछ बच्चे हमारे यहां ही आकर खाना खाते थे। उन्हें भी मेरी मां के हाथ का बनाया खाना बहुत पसंद था।"
सोशल मीडिया पर छाया हुआ है अब्बास
सोशल मीडिया पर 'अब्बास' कल से ही ट्रेंड में है। अब्बास को लेकर विभिन्न राजनेताओं ने टिप्पणी की है। ट्विटर पर अब्बास को लेकर अभी तक 50 हज़ार से अधिक ट्वीट हो चुके हैं।
एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा में अब्बास को लेकर पीएम मोदी से अपील की है।
ओवैसी ने कहा, "पीएम मोदी ने अब्बास का ज़िक्र किया है। आठ साल के बाद प्रधानमंत्री को अपना दोस्त याद आया। बहुत अच्छा।।। पहले आपका ऐसा कोई दोस्त था, नहीं मालूम था। पीएम ने कहा कि उनके दोस्त अब्बास अपने पिता की मृत्यु के बाद उनके घर आकर रहने लगे। ईद के दिन उनके लिए पकवान बनाए जाते थे।"
ओवैसी ने कहा कि मैं पीएम मोदी से अपील करना चाहूंगा कि अगर अब्बास साहब हैं, तो उनको बुला लीजिए।
वो आगे कहते हैं, "अब्बास साहब को बुलवा लीजिए और उन्हें ओवैसी और दूसरे लोगों का भाषण दिखा दीजिए। उनसे पूछिए कि ये लोग सही कह रहे हैं, या झूठ कह रहे हैं। अगर अब्बास के दिल में अब्बास अलमदार की मोहब्बत होगी तो वो कहेंगे कि ये तमाम लोग सच बोल रहे हैं।"
पीएम मोदी को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, "आप अब्बास से पूछ लीजिए, अगर आप नहीं तो मुझे पता दे दीजिए मैं उनके पास चला जाता हूं, मैं उनसे पूछूंगा कि पैग़ंबर मोहम्मद के बारे में नूपुर शर्मा ने जो कहा वो आपत्तिजनक है या नहीं।"
ओवैसी के अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, राजद जैसी पार्टियों के नेताओं ने भी ट्विटर पर अब्बास को लेकर ट्वीट किया है।
राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, "कहानी में अब्बास आ गया है, मस्तान भी आ सकता है।"
चार बार कांग्रेस से विधायक रहे मुकेश शर्मा ने ट्वीट किया है, "अब्बास का इंटरव्यू मास्टर स्ट्रोक होगा देखते हैं कब।।।।!"
कांग्रेस पार्टी के नेशनल मीडिया पैनलिस्ट सुरेंद्र राजपूत लिखते हैं, "गांधी जी के बचपन का एक मुस्लिम दोस्त था जिसका नाम शेख़ महताब था, गांधी जी की माता स्वर्गीय पुतलीबाई शेख़ महताब का बहुत ख़याल रखती थीं। गांधी जी ने स्वयं ये सब लिख कर बहुत पहले लिख कर गये हैं। मेरी इस बात का मोदी जी और अब्बास से कोई लेना देना नहीं है।"
कांग्रेस पार्टी के साथ ही समाजवादी पार्टी की ओर से भी अब्बास को लेकर ट्वीट किये गए हैं।
दीपल त्रिवेदी नाम की एक ट्विटर यूज़र ने फ़ोटो ट्वीट करते हुए उन्हें पीएम मोदी का दोस्त अब्बास बताया है। दीपल ने अब्बास के बारे में जानकारी साझा की है।
लिखा है, "यह अब्बास भाई हैं, जिनका ज़िक्र पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ब्लॉग में किया। वह गुजरात सरकार के फ़ूड एंड सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट से रिटायर हुए हैं और अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैं।"
उन्होंने लिखा है, "लोग अब्बास जी का सिर्फ़ इसलिए मज़ाक उड़ा रहे हैं क्योंकि मोदी ने अपने ब्लॉग में उनका नाम लिखा है। बहुत से लोगों के साथ यह दिक़्क़त है कि वे ये समझते हैं कि अगर आप बीजेपी से हैं, आरएसएस से हैं तो आपको मुस्लिमों को नापसंद करना ही होगा।"
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