भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैग़ंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी का मामला देश के अलग-अलग हिस्सों से होते हुए बिहार में भी आ पहुँचा है।
वहां (सीवान) मुस्लिम संगठनों की ओर से सोमवार को प्रदर्शन का आह्वान किया गया था, जिसे प्रशासन के समझाने के बाद टाल दिया गया। हालांकि इस बीच बिहार के कई ज़िलों व हिस्सों में नूपुर शर्मा मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन ज़रूर हुए।
गोपालगंज ज़िले के सदर थाना क्षेत्र में 12 जून की रात नूपुर शर्मा के समर्थन में की गई पोस्टरबाज़ी के संदर्भ में ज़िले के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार बीबीसी से बातचीत में कहते हैं, "देखिए अभी तो पुलिस-प्रशासन इस पूरे मामले को लेकर लोगों को चिन्हित कर रही है। सारे पोस्टर्स हटवा दिए गए हैं। किसी को अब तक पकड़ा नहीं गया है। पुलिस प्रयास कर रही है। इस संदर्भ में जो भी इनफ़ॉर्मेशन आएगा तो उसे मीडिया से साझा किया जाएगा।"
हालांकि इस बीच बिहार के कई ज़िलों व हिस्सों में नूपुर शर्मा मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन ज़रूर दर्ज किए गए। कई जगह हाइवे जाम किया गया। वहीं एक कार्यक्रम में बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर पहुँचे भाजपा सांसद मनोज तिवारी से जब मीडियाकर्मियों ने नूपुर शर्मा की ओर से पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सवाल किए तो उन्होंने कहा, "देखिए हमारा देश अनेकता में एकता वाला देश है। कुछ लोग हमारी सामाजिक व क़ौमी एकता को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यदि कोई ऐसी कोशिशें करेगा तो भारतीय जनता पार्टी उस पर कार्रवाई करेगी।"
वे कहते हैं, "भाजपा ने तो इस मामले में एक उदाहरण पेश किया है। हमारे शीर्ष नेतृत्व की ओर से यह बहुत बड़ा संदेश है। दूसरी पार्टियों को भी ऐसा करना चाहिए।"
ग़ौरतलब है कि नूपुर शर्मा की ओर से एक टीवी डिबेट में पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ प्रदर्शन हिंसक प्रदर्शनों में भी तब्दील हो गए।
वहीं इस पूरे मामले पर देश के भीतर सियासी गर्माहट भी देखी जा रही है। कई देशों ने भारतीय दूतों को बुलाकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की और कुछ देशों ने इस मामले में भारत से माफ़ी मांगने को कहा। उसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया और पार्टी के एक और नेता नवीन कुमार जिंदल को विवादित ट्वीट की वजह से पार्टी ने निष्कासित कर दिया।
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