सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमरीकी मुद्रा के मुक़ाबले रुपए में 60 पैसे की गिरावट दर्ज की गई और यह रिकॉर्ड निचले स्तर 77.50 पर बंद हुआ।
दिन में कारोबार के दौरान रुपया 77.52 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया। शुक्रवार को यह 55 पैसे की गिरावट के साथ 76.90 के भाव पर बंद हुआ था।
पिछले कुछ महीनों से विदेशी निवेशक लगातार भारत से अपना पैसा निकाल रहे हैं और इसके लिए मोदी सरकार की नीतियों और देश में जारी असुरक्षाके माहौल को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि मुद्रास्फ़ीति को लेकर बढ़ी चिंताओं के कारण निवेशक जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अनिश्चितता और अमरीका समेत तमाम देशों में ब्याज़ दरों में बढ़ोतरी के रुख़ के बीच रुपये में यह ऐतिहासिक गिरावट देखी जा रही है।