विश्व बाज़ार में तेल की क़ीमतों में बढ़ौतरी के बाद, सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के इस साल पहली तिमाही में मुनाफ़े में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसी के साथ अरामको ने 2.42 ट्रिलियन डॉलर के मूल्य के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी एप्पल को पीछे छोड़ दिया है, जिसका मार्केट कैपिटल 2.37 ट्रिलियन डॉलर है।
मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी की कुल कमाई बढ़कर 39.5 बिलियन डॉलर हो गई है, जो पिछले साल 21.7 बिलियन डॉलर थी।
अरामको सऊदी अरब का ताज और राजस्व का प्राथमिक स्रोत है।
पिछले साल, सीओपी26 जलवायु-परिवर्तन शिखर सम्मेलन से पहले, सऊदी अरब ने 2060 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने का संकल्प लिया था, जिस पर पर्यावरण अभियान समूह ग्रीनपीस ने संदेह जताया था।
अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है। इसकी स्थापना 1933 में हुई थी। तब इसमें अमरीका की भी साझेदारी थी और इसका पूरा नाम था अरब अमरीकन ऑयल कंपनी। 1980 में सऊदी अरब ने अरामको की पूरी हिस्सेदारी ख़रीद ली थी, जिसके बाद इसका नाम सऊदी अरामको हो गया था।