भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल किया है और उन पर ‘हिंदू विरोधी’ होने का आरोप लगाया है।
गौतम ने ट्विटर पर साझा किए गए पत्र में कहा है कि वह व्यक्तिगत रूप से पांच अक्तूबर को हुए कार्यक्रम में शामिल हुए थे और इससे उनकी पार्टी से या उनके मंत्री होने का कोई लेना देना नहीं था।
आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है। ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है। अब मैं और अधिक मज़बूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूँगा।
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उन्होंने केजरीवाल व आप को निशाने पर लेने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि भाजपा इस मुद्दे पर ‘गंदी राजनीति’ कर रही है।
गौतम ने कहा कि वह मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं ताकि उनकी वजह से उनके नेता केजरीवाल व आप पर कोई आंच न आए।
पिछले हफ्ते एक वीडियो वायरल होने के बाद विवाद शुरू हो गया। यह पांच अक्तूबर को हुए एक कार्यक्रम का वीडियो था जिसमें गौतम ने शिरकत की थी। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाने और हिंदू देवताओं को भगवान न मानने की प्रतिज्ञा ली थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि गौतम का इस्तीफा मुख्यमंत्री को मिल गया है और इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दलित समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं और जाति के आधार पर भेदभाव देखकर उनका दिल ‘छलनी’ होता है।
सोर्स : पार्स टूडे